
नई दिल्ली। भारत ने बीते दिनों पाकिस्तान के आतंकी संगठनों के खिलाफ ऑपरेशन सिंदूर चलाया था। ऑपरेशन सिंदूर के बारे में अब एक और जानकारी मिली है। न्यूज चैनल आजतक ने सूत्रों के हवाले से दावा किया है कि 6 मई की रात जब भारतीय सेना और भारतीय वायुसेना ने पाकिस्तान और पीओके में बहावलपुर, मुरीदके और मुजफ्फराबाद समेत आतंकियों के 9 अड्डे तबाह किए, तो 7 मई की शाम को पाकिस्तान सेना के डीजीएमओ ने भारतीय सेना के डीजीएमओ लेफ्टिनेंट जनरल राजीव घई को फोन कर सीजफायर के लिए आग्रह किया था।

सूत्रों के मुताबिक 7 मई को सीजफायर के लिए संपर्क करने के बाद पाकिस्तान की सेना ने भारत के हमलों का जवाब देने के लिए बुनयान उन मरसूस ऑपरेशन शुरू किया और जम्मू-कश्मीर, पंजाब, राजस्थान और गुजरात में सैन्य और नागरिक ठिकानों को निशाना बनाने की नाकाम कोशिश की। इसके बाद भारत ने मिसाइल और ड्रोन से हमले कर पाकिस्तान के 11 एयरबेस और 2 रडार स्टेशन जब ध्वस्त किए, तो पाकिस्तान सेना के डीजीएमओ ने 10 मई की शाम 3.35 पर फिर सीजफायर के लिए गुहार लगाई। उसके बाद सीजफायर लागू किया गया। बता दें कि भारत ने पाकिस्तान सेना की गुहार पर ऑपरेशन सिंदूर स्थगित किया है। इस ऑपरेशन को खत्म घोषित नहीं किया गया है।
न्यूज चैनल ने ये जानकारी भी दी है कि भारत के ऑपरेशन सिंदूर के कारण पाकिस्तान में मरने वालों की संख्या भी बढ़कर 160 हो गई है। जैश-ए-मोहम्मद के बहावलपुर स्थित मुख्यालय पर भारत के हमले से 20 लोग मरे हैं। इनमें 14 लोग जैश के चीफ मौलाना मसूद अजहर के रिश्तेदार और करीबी हैं। ये जानकारी भी मिली है कि भारत की सैन्य कार्रवाई में पाकिस्तान के 40 सैनिक भी मारे गए। हालांकि, पाकिस्तान सिर्फ अपने 11 सैनिकों की मौत का दावा कर रहा है। जबकि, भारतीय सेना के पास पुख्ता जानकारी है कि सियालकोट में ही 11 पाकिस्तानी सैनिक मारे गए। इसके अलावा रावलपिंडी के नूर खान एयरबेस पर हमले में 4, सरगोधा में 2 और लाहौर एयरबेस पर हमले में 2 पाकिस्तानी जवान मारे गए। साथ ही रहीमयार खान एयरबेस पर भारत के हमले में 5 पाकिस्तानी सैनिकों के घायल होने की पुख्ता जानकारी भी भारतीय सेना को मिली है।