नई दिल्ली। पीएम नरेंद्र मोदी ने तीसरी बार सत्ता संभालने से पहले अहम बात कही थी। मोदी ने कहा था कि अगले 6 महीने में देश की राजनीति में भूचाल आने वाला है। मोदी ने किस राजनीतिक भूचाल की बात कही थी, ये उस वक्त लोग समझ नहीं सके, लेकिन अब जो खबर सामने आ रही है, वो अगर सच हुई, तो देश में राजनीतिक भूचाल आना तय है।
ये मामला अगस्ता वेस्टलैंड हेलीकॉप्टर घोटाला का है। कांग्रेस नीत यूपीए सरकार के दौर में अगस्ता वेस्टलैंड घोटाला सामने आया था। इस मामले की जांच सीबीआई ने की थी। सीबीआई ने वायुसेना के पूर्व प्रमुख एसपी त्यागी और उनके भाई समेत कई लोगों को गिरफ्तार किया था। वहीं, इटली में घोटाला के सिलसिले में कई लोगों पर केस चला और उनको सजा हुई। अब खबर है कि इटली की सरकार ने अगस्ता वेस्टलैंड घोटाला से जुड़े अपने यहां के कोर्ट केस और सबूतों से संबंधित कुछ दस्तावेज भारत को सौंपे हैं। इससे यहां भी अगस्ता वेस्टलैंड घोटाला की जांच में तेजी आ सकती है। बीजेपी आईटी सेल के प्रमुख अमित मालवीय ने तो ट्वीट कर ये दावा भी किया है कि इसी वजह से कांग्रेस ने पीएम नरेंद्र मोदी की हाल की इटली यात्रा पर सवाल उठाए थे।
कांग्रेस के नेतृत्व वाली यूपीए सरकार के दौर में वीवीआईपी को लाने और ले जाने के लिए वायुसेना ने इटली की कंपनी फिनमैकेनिका के साथ 12 अगस्ता वेस्टलैंड हेलीकॉप्टर खरीदने का सौदा किया था। इन हेलीकॉप्टरों की खरीद के लिए 3600 करोड़ रुपए देना तय हुआ था। फिर खुलासा हुआ कि अगस्ता वेस्टलैंड हेलीकॉप्टरों के सौदे में दलाली दी गई। जिसके बाद सौदे को रद्द कर सीबीआई जांच के आदेश दिए गए थे। नरेंद्र मोदी जब 2014 के मई में पहली बार पीएम बने, उससे करीब 8 महीने पहले इटली के एक कोर्ट ने अगस्ता वेस्टलैंड हेलीकॉप्टर सौदे में रिश्वत के आरोप में एक कंपनी के सीईओ, इटली की रक्षा कंपनी के अध्यक्ष और 2 बिचौलियों को दोषी ठहराया था। इटली से दस्तावेज मिलने पर यहां जांच तेज हुई, तो कई नेताओं और नौकरशाहों के भी अगस्ता वेस्टलैंड हेलीकॉप्टर घोटाला में घिरने की संभावना है।