
कुशीनगर। यूपी के कुशीनगर में पुलिस ने जाली नोट चलाने के गिरोह का पर्दाफाश किया है। आरोप है कि इस गिरोह को समाजवादी पार्टी यानी सपा की लोहिया वाहिनी का राष्ट्रीय सचिव मोहम्मद रफीक अहमद चला रहा था। कुशीनगर पुलिस के मुताबिक सपा नेता के गिरोह का नेपाल से कनेक्शन भी है। पुलिस का दावा है कि उसने गिरोह के 10 बदमाशों को गिरफ्तार कर 5.62 लाख के जाली नोट, 1.10 लाख रुपए और नेपाल के 3000 रुपए भी बरामद किए हैं। कुशीनगर पुलिस के मुताबिक गिरोह के गिरफ्तार सदस्यों से 10 तमंचे, 30 जिंदा कारतूस, 12 दगे कारतूस और 4 सुतली बम भी मिले हैं।

कुशीनगर पुलिस ने पकड़े गए लोगों के पास से 13 मोबाइल फोन, 26 सिम कार्ड, 10 फर्जी आधार कार्ड, 10 डेबिट कार्ड, 8 लैपटॉप और 2 गाड़ियां भी बरामद की हैं। पुलिस के मुताबिक यूपी और बिहार में जाली नोट चलाने के लिए इस गिरोह ने बड़ा नेटवर्क बनाया था। पुलिस ये पड़ताल भी कर रही है कि गिरोह के सदस्यों के और किन लोगों से संबंध हैं। इसके लिए गिरफ्तार लोगों के मोबाइल कॉल रिकॉर्ड खंगाले जा रहे हैं। इस आधार पर आगे और लोगों की गिरफ्तारी किए जाने के पूरे आसार हैं।
कुशीनगर पुलिस का दावा है कि सपा का नेता मोहम्मद रफीक अहमद गिरोह को चला रहा था। नकली नोट चलाकर भारत को आर्थिक चोट लगाने का आरोप है। यूपी और बिहार के सीमावर्ती इलाकों में जाली नोट का कारोबार किए जाने का पुलिस ने आरोप लगाया है। कुशीनगर पुलिस के अनुसार सपा के नेता मोहम्मद रफीक अहमद पर 11 आपराधिक मामले हैं। वहीं, गिरोह में शामिल औरंगजेब और परवेज इलाही पर 8-8, नौशाद और शेख जमालुद्दीन पर 4-4 केस हैं। गिरोह के सदस्य नियाजुद्दीन पर भी कई मुकदमे दर्ज हैं। गिरोह के बारे में कुशीनगर पुलिस का कहना है कि ये अंतरराष्ट्रीय स्तर पर ऑपरेट करता था।