आजमगढ़। यूपी की आजमगढ़ लोकसभा सीट हारने से समाजवादी पार्टी (सपा) को तगड़ा झटका लगा है। तीन साल पहले ये सीट सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने बंपर वोट से जीती थी। अब आजमगढ़ में हुए उप चुनाव में उनके चचेरे भाई धर्मेंद्र यादव को बीजेपी के दिनेश लाल यादव उर्फ निरहुआ ने करीब 8000 वोट से हरा दिया। इस हार के बाद अब धर्मेंद्र यादव का बयान आया है। टीवी चैनल ‘आज तक’ से धर्मेंद्र यादव ने कहा कि अखिलेश भैया ने जितना बन सका किया। उन्होंने कहा कि अगर मैं आम कार्यकर्ता होता, तो अखिलेश से आजमगढ़ आने की जिद पकड़ लेता, लेकिन उनका भाई होने के नाते मैं जबरदस्ती नहीं कर सकता था।
धर्मेंद्र यादव ने अपनी हार का ठीकरा पुलिस, प्रशासन और योगी सरकार पर भी फोड़ा। उन्होंने कहा कि पुलिस दबाव बना रही थी। हमारे कार्यकर्ता लगातार धमकाए जा रहे थे। धर्मेंद्र ने पराजय के लिए बीएसपी पर भी निशाना साधा। उन्होंने कहा कि अगर बीएसपी ने उप चुनाव से पहले एनडीए के राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार का समर्थन किया होता, तो उन्हें पता चलता। बता दें कि आजमगढ़ से बीएसपी सुप्रीमो मायावती ने शाह आलम उर्फ गुड्डू जमाली को अपना उम्मीदवार बनाया था। गुड्डू जमाली ने 2.5 लाख के करीब वोट जुटाए और माना ये जा रहा है कि इसी वजह से धर्मेंद्र यादव को पराजय का मुंह देखना पड़ा।
Yeh officer kitna handsome hai
How can you रोक? pic.twitter.com/EZ2yDFreci— श्रद्धा सुमन राय (@shradhasumanrai) June 26, 2022
धर्मेंद्र यादव वैसे रविवार को वोटों की काउंटिंग के दौरान कई बार निरहुआ से आगे भी हुए। बाद में लगातार वो पिछड़ते गए। इस दौरान काउंटिंग सेंटर में जाने से जब पुलिस ने उन्हें रोका, तो वो भड़के भी थे। भड़के धर्मेंद्र ने दारोगा से कहा था- हाउ कैन यू रोक? उनके इस बयान का वीडियो भी कल सोशल मीडिया पर खूब वायरल हुआ था।