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Swami Prasad Maurya: ‘स्वामी प्रसाद के मुंह में बवासीर हो गया है, इसलिए…’, सपा नेता ने की मां लक्ष्मी पर विवादित टिप्पणी, तो भड़के कांग्रेस के आचार्य प्रमोद

Swami Prasad Maurya: बीते दिनों उन्होंने रामायण में लिखे श्लोकों को छलावा बताया था। जिसे लेकर उनके खिलाफ प्राथमिकी भी दर्ज हुई थी, लेकिन इसके बावजूद भी अपनी हरकतों से बाज नहीं आ रहे हैं, जिस पर अब कांग्रेस नेता आचार्य प्रमोद कृष्णम ने कठोर टिप्पणी की है। आइए, आगे जानते हैं कि आखिर आचार्य प्रमोद कृष्णम कौन हैं ?

नई दिल्ली। समाजवादी पार्टी नेता स्वामी प्रसाद मौर्य द्वारा मां लक्ष्मी पर की गई विवादित टिप्पणी को लेकर सियासी घमासान तेज हो गया है। उनके इस पर बयान पर कांग्रेस नेता व राष्ट्रीय प्रवक्ता आचार्या प्रमोद कृष्णम ने आक्रोश जाहिर कर सीएम योगी से अपील की है कि वो सपा नेता के बोलने पर पाबंदी लगाए, ताकि वो इस तरह की उलजुलूब बातें ना कर सकें। कांग्रेस नेता ने आगे कहा कि, ‘”स्वामी प्रसाद मौर्य के मुंह में बवासीर हो गया है। उन्हें इलाज की जरूरत है। मैं योगी आदित्यनाथ से कहूंगा कि वह मौर्य के बोलने पर प्रतिबंध लगाएं।” हालांकि, अभी तक स्वामी की इस वाहियात टिप्पणी को लेकर बीजेपी की ओर से कोई प्रतिक्रिया सामने नहीं आई है। अब ऐसे में बीजेपी की क्या प्रतिक्रिया रहती है। इस पर सभी की निगाहें टिकी रहेंगी, लेकिन आइए उससे पहले जरा ये जान लेते हैं कि आखिर स्वामी प्रसाद मौर्य ने अपनी विवादित टिप्पणी में ऐसा कहा क्या है, जिसे लेकर चौतरफा बवाल मचा हुआ है?

क्या बोले स्वामी प्रसाद मौर्य

दरअसल, स्वामी प्रसाद मौर्य ने मां लक्ष्मी पर विवादित टिप्पणी की है। उन्होंने मां लक्ष्मी के संदर्भ में एक्स पर एक पोस्ट लिखा है, जिसमें उन्होंने कहा कि, ‘दीपोत्सव के अवसर पर अपनी पत्नी का पूजा व सम्मान करते हुए कहा कि पूरे विश्व के प्रत्येक धर्म, जाति, नस्ल, रंग व देश में पैदा होने वाले बच्चे के दो हाथ, दो पैर, दो कान, दो आंख, दो छिद्रों वाली नाक के साथ एक सिर, पेट व पीठ ही होती है, चार हाथ,आठ हाथ, दस हाथ, बीस हाथ व हजार हाथ वाला बच्चा आज तक पैदा ही नहीं हुआ तो चार हाथ वाली लक्ष्मी कैसे पैदा हो सकती है? यदि आप लक्ष्मी देवी की पूजा करना ही चाहते हैं तो अपने घरवाली की पूजा व सम्मान करें जो सही मायने में देवी है क्योंकि आपके घर परिवार का पालन-पोषण, सुख-समृद्धि, खान-पान व देखभाल की जिम्मेदारी बहुत ही निष्ठा के साथ निभाती है।

हालांकि, यह कोई पहली मर्तबा नहीं है कि जब सपा नेता ने इस तरह की विवादित टिप्पणी की हो, बल्कि इससे पहले भी वो कई बार बेहूदा बयान दे चुके हैं। उनके खिलाफ कानून का चाबूक भी चल चुका है, लेकिन वो बाज नहीं आते हैं। बता दें कि बीते दिनों उन्होंने रामायण में लिखे श्लोकों को छलावा बताया था। जिसे लेकर उनके खिलाफ प्राथमिकी भी दर्ज हुई थी, लेकिन इसके बावजूद भी वो अपनी हरकतों से बाज नहीं आ रहे हैं, जिस पर अब कांग्रेस नेता आचार्य प्रमोद कृष्णम ने कठोर टिप्पणी की है। आइए, आगे जानते हैं कि आखिर आचार्य प्रमोद कृष्णम कौन हैं ?

कौन हैं आचार्य प्रमोद कृष्णम

आचार्य प्रमोद कृष्णम का जन्म बिहार के एक ब्राह्मण परिवार में हुआ था। वह कांग्रेस के मुखर प्रवक्ताओं में से एक हैं, लेकिन कई बार उनके बयानों से मालूम पड़ता है कि उनका झुकाव बीजेपी की ओर से भी है , जिसकी वजह से कई दफा उनकी भूमिका पर भी सवाल उठते हैं। आचार्य कृष्णम ने संभल में श्री कल्कि फाउंडेशन की स्थापना की है और वह कल्कि धाम के पीठाधीश्वर भी हैं। वहीं, अगर उनकी सियासी भूमिका की बात करें, तो इन्होंने गत लोकसभा चुनाव में लखनऊ से कांग्रेस की टिकट पर चुनाव लड़ा था।

बता दें कि बीते दिनों आचार्य प्रमोद कृष्णम ने एक बयान दिया था, जिसमें उन्होंने अपनी ही पार्टी को आड़े हाथों लिया था। उन्होंने कहा था कि पार्टी के कुछ नेताओं को ना महज भगवान राम , बल्कि हिंदू और हिंदुत्व जैसे शब्दों से भी नफरत है। दरअसल, ये लोग नहीं चाहते हैं कि हिंदू धर्म गुरु पार्टी में रहे। हालांकि, इन्होंने किसी भी नेता का नाम नहीं लिया था, लेकिन इनके इस बयान को आगामी लोकसभा लोकसभा और पांच राज्यों के विधानसभा चुनाव से जोड़कर देखा जा रहा है।