
नई दिल्ली। समाजवादी पार्टी के सांसद रामलालजी सुमन ने राणा सांगा को लेकर दिए अपने आपत्तिजनक बयान पर माफी मांगने से साफ इनकार कर दिया है। उन्होंने कहा कि सच को स्वीकार करना होगा, इतिहास को नकारा नहीं जा सकता। इसके साथ ही सपा सांसद ने राज्यसभा के सभापति से अपनी सुरक्षा बढ़ाने की मांग की। करणी सेना के कार्यकर्ताओं द्वारा सपा सांसद के आगरा स्थित आवास पर हमला किए जाने के एक दिन बाद आज सुमन ने कहा कि उनकी मंशा मेरे परिवार को नुकसान पहुंचाने की थी। मुझे 22 मार्च से लगातार सोशल मीडिया के माध्यम से धमकियां मिल रही हैं।
सपा सांसद सुमन ने कहा कि करणी सेना के सैंकड़ों कार्यकर्ता बुलडोजर लेकर मेरे घर में घुस आए। यह एक जानलेवा हमला था। दूसरी तरफ समाजवादी पार्टी ने ऐलान किया है कि उनके सांसद के घर पर हमला करने वाले करणी सेना के लोगों पर अगर सरकार ने कार्रवाई नहीं की तो ईद के बाद सपा कार्यकर्ता पूरे प्रदेश में प्रदर्शन करेंगे। आपको बता दें कि सपा सांसद ने संसद में बयान दिया था कि अगर मुसलमान बाबर की औलाद हैं तो हिंदू गद्दार राणा सांगा की औलाद हैं। अपने बयान पर सपा सांसद ने कहा कि मैं इस जन्म में तो माफी नहीं मांगूंगा।
उन्होंने एक बार फिर कहा कि राणा सांगा ने इब्राहिम लोदी को हराने के लिए बाबर को भारत बुलाया था। उन्हें लगा था कि बाबर वापस चला जाएगा और हम शासन करेंगे लेकिन ऐसा नहीं हुआ। बाबर और राणा सांगा के बीच समझौता टूट गया जिसके बाद इन दोनों के बीच युद्ध हुआ था जिसमें राणा सांगा की हार हुई थी। सपा सांसद का यह बयान ऐसे समय पर आया है जब एक दिन पहले ही पार्टी अध्यक्ष और यूपी के पूर्व सीएम अखिलेश यादव ने कहा था राणा सांगा के अपमान का कोई उद्देश्य नहीं है वो वीर थे।