सीकर। राजस्थान के सीकर स्थित प्रसिद्ध खाटू श्याम मंदिर में आज सुबह हुई भगदड़ में 3 महिलाओं की मौत हो गई और 3 अन्य घायल हुई हैं। मंदिर में भगदड़ उस वक्त हुई, जब वहां सुबह कपाट खोले गए। आज पुत्रदा एकादशी होने की वजह से पिछले दो दिन से यहां भक्तों की काफी भीड़ मौजूद है। गनीमत ये रही कि भगदड़ में ज्यादा लोग हताहत नहीं हुए। बताया जा रहा है कि मंदिर के कपाट खुलते ही भीड़ अंदर जाने के लिए बेताब हो गई। इसी वजह से वहां महिलाएं नीचे गिर गईं और अन्य लोगों के पैरों तले कुचल गईं।
राजस्थान के सीएम अशोक गहलोत ने इस हादसे पर ट्वीट कर दुख जताया है। उन्होंने स्थानीय प्रशासन से सभी घायलों की बेहतर चिकित्सा कराने के लिए कहा है। साथ ही भगदड़ के कारणों की जांच कराकर रिपोर्ट भी मांगी है। बता दें कि खाटू श्याम मंदिर में पर्वों के दौरान अन्य दिनों के मुकाबले ज्यादा भीड़ होती है। खाटू श्याम को भगवान कृष्ण का स्वरूप भी माना जाता है और श्रद्धालु ये भी मानते हैं कि कलयुग में वो जीवित देवता हैं।
सीकर में खाटूश्याम जी के मंदिर में भगदड़ होने से 3 दर्शनार्थी महिलाओं की मृत्यु बेहद दुखद एवं दुर्भाग्यपूर्ण है। मेरी गहरी संवेदनाएं शोकाकुल परिजनों के साथ हैं, ईश्वर उन्हें यह आघात सहने की शक्ति प्रदान करें एवं दिवंगतों की आत्मा को शांति प्रदान करें।
— Ashok Gehlot (@ashokgehlot51) August 8, 2022
खाटू श्याम दरअसल महाभारत युद्ध के योद्धा बर्बरीक कहे जाते हैं। बर्बरीक के सिर की इस मंदिर में पूजा होती है। महाभारत की कथा के मुताबिक बर्बरीक बहुत बड़े योद्धा थे और महाभारत युद्ध में हिस्सा लेने आ रहे थे। उसी वक्त भगवान कृष्ण ने उनसे उनका सिर मांग लिया। वीर बर्बरीक ने अपना सिर भगवान को दे दिया। जिसे भगवान ने एक ऊंचे टीले पर रख दिया। मान्यता है कि बर्बरीक ने अपने कटे सिर से ही महाभारत का पूरा युद्ध देखा था। देश-विदेश से श्रद्धालु यहां आस्था के कारण आते हैं। श्रद्धालुओं का ये भी मानना है कि यहां मांगी मुराद जरूर पूरी होती है।