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Kanpur: कानपुर में फिर गरजा बुलडोजर, दंगाइयों की संपत्ति को किया गया ध्वस्त

कानपुर के शहर काजी अब्दुल कुद्दूस कादी ने धमकी दी थी कि अगर किसी के घर पर बुलडोजर चला, तो लोग अपनी जान देकर भी इसका विरोध करेंगे। आज जब बुल्डोजर चला, तो शहर काजी की इस धमकी का गुब्बारा फट गया। किसी भी तरफ से कोई विरोध की आवाज नहीं उठी।

कानपुर। यूपी के कानपुर में 3 जून को शुक्रवार के दिन हुई हिंसा के आरोपियों के खिलाफ बुलडोजर बाबा कहे जाने वाले यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ की सरकार का चिर परिचित एक्शन शुरू हो गया है। कानपुर दंगों के मास्टरमाइंड हयात जफर हाशमी के एक करीबी की बिल्डिंग पर प्रशासन ने बुलडोजर भेजा। ये बिल्डिंग कानपुर के स्वरूप नगर इलाके में है। कानपुर नगर निगम के अफसरों के मुताबिक बिल्डिंग अवैध तरीके से बनी है और इसी वजह से उसे ध्वस्त करने की कार्रवाई की जा रही है। बता दें कि कानपुर में हाशमी की देखरेख में पैगंबर पर टिप्पणी के मामले में जमकर हिंसा हुई थी।

kanpur riot 2

कानपुर में हुई हिंसा के बाद पुलिस ने अब तक 50 से ज्यादा दंगाइयों को गिरफ्तार किया है। लोगों की गिरफ्तारी के बाद ही कानपुर के शहर काजी अब्दुल कुद्दूस कादी ने धमकी दी थी कि अगर किसी के घर पर बुलडोजर चला, तो लोग अपनी जान देकर भी इसका विरोध करेंगे। आज जब बुल्डोजर चला, तो शहर काजी की इस धमकी का गुब्बारा फट गया। किसी भी तरफ से कोई विरोध की आवाज नहीं उठी। कार्रवाई के दौरान बड़े पैमाने पर पुलिस का जमावड़ा था। कानपुर में दंगे के बाद से ही पुलिस ने धारा 144 लगा रखी है।

कानपुर दंगों से पहले भी सीएम योगी के निर्देश पर यूपी में गुंडे-बदमाश और माफिया की अवैध संपत्तियों पर बुलडोजर चल चुका है। इस साल की शुरुआत में जब यूपी में विधानसभा चुनाव थे, तो योगी जहां भी जनसभा करने जाते थे, वहीं बुलडोजर रखे दिखते थे। बीते दिनों योगी के जन्मदिन के मौके पर वाराणसी में गंगा आरती के दौरान भी बुलडोजर लाया गया था। अपराधियों के खिलाफ बुलडोजर का इस्तेमाल करने वाली देश की पहली सरकार योगी आदित्यनाथ की है। अवैध संपत्तियों पर बुलडोजर चलने के डर से कई अपराधी खुद सरेंडर भी कर चुके हैं।