देश
Aditya Thakrey Car Pelted: बाल-बाल बचे उद्धव ठाकरे के बेटे आदित्य, संभाजीनगर में जनसभा से बाहर निकलते ही…
महाराष्ट्र विधानसभा में नेता विपक्ष और उद्धव गुट के अंबादास दानवे ने दावा किया कि जनसभा में जब आदित्य बोल रहे थे, तब भी उनकी गाड़ी पर पत्थर फेंके गए थे। अंबादास दानवे ने इस मामले में संभाजीनगर के विधायक रमेश बोरनारे का हाथ होने का आरोप लगाया है।
संभाजीनगर (औरंगाबाद)। महाराष्ट्र में शिवसेना के दोनों गुटों के बीच जारी तनाव आए दिन नया रंग ले रहा है। ताजा मामला संभाजीनगर यानी औरंगाबाद में हुआ। यहां मंगलवार को उद्धव ठाकरे के बेटे और विधायक आदित्य ठाकरे की गाड़ी पर पथराव किए जाने की खबर है। आदित्य ठाकरे औरंगाबाद में जनसभा से बाहर निकल रहे थे। उसी वक्त उनकी गाड़ी पर कुछ लोगों ने पत्थर फेंके। महाराष्ट्र विधानसभा में नेता विपक्ष और उद्धव गुट के अंबादास दानवे ने दावा किया कि जनसभा में जब आदित्य बोल रहे थे, तब भी उनकी गाड़ी पर पत्थर फेंके गए थे। अंबादास दानवे ने इस मामले में संभाजीनगर के विधायक रमेश बोरनारे का हाथ होने का आरोप लगाया है।
पथराव से ठीक पहले गाड़ी में बैठते आदित्य ठाकरे। उनकी गाड़ी का रास्ता रोक नारेबाजी भी की गई।
अंबादास दानवे के मुताबिक आदित्य ठाकरे की गाड़ी पर पत्थर फेंकने वाले रमेश बोरनारे जिंदाबाद के नारे लगा रहे थे। दानवे ने आरोप लगाया कि एकनाथ शिंदे की सरकार हिंदू और खासकर दलित समाज के बीच टकराव पैदा करने की कोशिश कर रही है। इसी के तहत आदित्य ठाकरे की गाड़ी पर इस तरह हमला किया गया। बताया जा रहा है कि गाड़ी पर फेंके गए पत्थरों से आदित्य ठाकरे बाल-बाल बचे। गाड़ी में सवार आदित्य ठाकरे को चोट नहीं लगी है। उनके सुरक्षाकर्मी भी चोटिल नहीं हुए हैं।
औरंगाबाद में आदित्य ठाकरे की गाड़ी पर हुआ पथराव
उद्धव गुट के विधायक अंबादास दानवे ने स्थानीय विधायक पर लगाए आरोप #Aurangabad #AadityaThackeray #newsindia @AUThackeray | @iambadasdanve | @Kundan_Jamaiyar pic.twitter.com/7CeDxgLevi
— News India (@newsindia24x7_) February 8, 2023
महाराष्ट्र में जून 2022 में एकनाथ शिंदे ने उद्धव ठाकरे से बगावत कर दी थी। वो 39 अन्य विधायकों के साथ अलग हो गए थे। बीजेपी के सहयोग से शिंदे ने सरकार बना ली थी। इसके बाद शिवसेना के चुनाव चिन्ह तीर-कमान पर शिंदे गुट ने दावा किया। चुनाव चिन्ह के मसले पर चुनाव आयोग फैसला लेने वाला है। आयोग ने उद्धव और शिंदे गुट को अलग-अलग चुनाव चिन्ह दिए हैं। बीते दिनों आदित्य ठाकरे ने एकनाथ शिंदे को चुनौती दी थी कि अगर दम है, तो उनके विधानसभा क्षेत्र से चुनाव जीतकर दिखाएं। इस चुनौती के बाद ही आदित्य ठाकरे की गाड़ी पर हमला हुआ है।