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UP: कांग्रेस सांसद प्रमोद तिवारी का अजब गजब बयान, बोले- गांधी परिवार के लिए अलग कानून होना चाहिए

UP: बीते दिनों सूरत जिला कोर्ट ने कांग्रेस नेता राहुल गांधी  को ‘मोदी सरनेम’ विवाद में दोषी करार देते हुए 2 साल की सजा सुनाई। तो वहीं, कोर्ट के फैसले के दूसरे ही दिन लोकसभा से राहुल गांधी की सदस्यता ही खत्म कर दी गई।

नई दिल्ली। देश की सबसे पुरानी पार्टी कांग्रेस की हालत ऐसी नाव की तरह हो गई है जो जिसमें एक के बाद एक कई छेद हो गए हैं। ये बात हम इसलिए कह रहे हैं क्योंकि कांग्रेस पार्टी के खास चेहरों में से एक और गांधी परिवार के लाडले राहुल गांधी लगातार मुसीबत में घिरे हुए हैं। पहले ही राहुल गांधी लंदन में दिए गए अपने बयानों को लेकर विवादों में घिरे हुए थे कि अब उनकी मुश्किलें और बढ़ गई हैं। बता दें, बीते दिनों सूरत जिला कोर्ट ने कांग्रेस नेता राहुल गांधी  को ‘मोदी सरनेम’ विवाद में दोषी करार देते हुए 2 साल की सजा सुनाई। तो वहीं, कोर्ट के फैसले के दूसरे ही दिन लोकसभा से राहुल गांधी की सदस्यता ही खत्म कर दी गई।

राहुल गांधी के ‘मोदी सरनेम’ विवाद में दोषी करार होने के बाद अयोग्य घोषित करते हुए उनकी सदस्यता रद्ग कर दी गई है।राहुल गांधी पर आई इस बड़ी विपदा से कांग्रेस पार्टी पहले ही परेशान हैं कि अब पार्टी से जुड़े लोग ऐसे अजीबोगरीब बयान दे रहे हैं जिससे पार्टी की मुश्किलें बढ़ना तय माना जा रहा है। बता दें, कांग्रेस सांसद प्रमोद तिवारी का ऐसा बयान सामने आया है जिसे जानने के बाद आप भी हैरान रह जाएंगे।

Pramod Tiwari

दरअसल, कांग्रेस सांसद प्रमोद तिवारी ने ये बयान राहुल गांधी के खिलाफ कोर्ट के फैसले और उनकी लोकसभा सदस्यता जाने के बाद दिया है। प्रमोद तिवारी का कहना है कि अगर सूरत जिला कोर्ट की तरफ से राहुल गांधी को कम सजा दी गई होती तो उनकी लोकसभा सदस्यता नहीं जाती। प्रमोद तिवारी ने राहुल गांधी के खिलाफ जिला अदालत द्वारा सुनाए गए फैसले पर सवाल उठाते हुए कहा कि जिला अदालत ने राहुल गांधी पर फैसला सुनाने से पहले उनके परिवार को देख लेना चाहिए था।

Rahul Gandhi 12

अगर कोर्ट ने राहुल गांधी के परिवार और उनकी पृष्ठभूमि पर विचार कर फैसला सुनाया होता और उन्हें 2 साल से कम की सजा सुनाई होती तो आज उनकी लोकसभा सदस्यता नहीं जाती। इस तरह से अगर देखा जाए तो कांग्रेस सांसद प्रमोद तिवारी का ये कहना है कि गांधी के लिए अलग कानून होने चाहिए।