
नई दिल्ली। दिल्ली के हजरत निजामुद्दीन स्थित तबलीगी जमात के मरकज का कोरोना कनेक्शन सामने आने के बाद हड़कंप मच गया है। इस पूरे मामले पर दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने मंगलवार को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान जमकर नाराजगी जाहिर की। उन्होंने इस पूरी घटना की निंदा करते हुए कहा है कि जब सारे मंदिर और मस्जिद बंद हैं तो फिर इस तरह की हरकत करने की हिम्मत किसकी हुई और क्यों इस तरह की हरकत की गई।
इस घटना पर अपने गुस्से को जताते हुए अरविंद केजरीवाल ने कहा कि दुनिया भर में लोग कोरोनावायरस से परेशान हैं और लोग इसके कारण मर रहे हैं। ऐसे में हम लोग ऐसी गैर जिम्मेदाराना हरकत कर भी कैसे सकते हैं। आखिर क्यों लोग ये भी नहीं समझ पा रहे हैं कि एक जगह पर इकट्ठा नहीं होना है। सारे धार्मिक स्थल इस वक्त खाली पड़े हुए हैं ऐसे में इतनी बड़ी गैदरिंग करना बिल्कुल भी ठीक नहीं है। यहां से बहुत सारे लोग निकल कर देश के अलग-अलग हिस्सों में पहुंच गए हैं और अब किन-किन लोगों को इससे नुकसान पहुंचा होगा यह सोचकर भी मुझे डर लग रहा है।
घटना पर बोलते हुए सीएम अरविंद केजरीवाल ने बताया कि मरकज में 12 से 13 मार्च के आसपास देश-विदेश से लोग इकट्ठे हुए थे इसमें काफी लोग चले गए और कुछ रुक गए। उन्होंने बताया कि फिलहाल मरकज से 1548 लोगों को निकाल लिया गया है और इनमें से अभी तक 441 लोगों में कुछ लक्षण पाए गए हैं और इन्हें अस्पताल भेजा गया है। वहां लगातार उनका टेस्ट हो रहा है।
मरकज में मौजूद लोगों के आंकड़ों पर बात करते हुए केजरीवाल ने बताया कि 1107 लोगों में से किसी प्रकार के लक्षण नहीं पाए गए हैं और उन्हें क्वारंटीन में भेज दिया गया है। कोरोना टेस्ट में यहां से गए 24 लोग पॉजिटिव पाए गए हैं। उन्हें भर्ती कराया गया है। सर्दी जुकाम से पीड़ित 86 लोगों की हालत अब एकदम स्थिर है।
इसके साथ ही उन्होंने इस घटना पर कड़ी नाराजगी जताते हुए कहा कि जो भी लोग इसके लिए जिम्मेदार हैं उन पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी। दिल्ली सरकार ने इस केस में जिम्मेदार लोगों के खिलाफ एफआइआर दर्ज करने के लिए उपराज्यपाल को पत्र लिखा है। जो भी जिम्मेदार लोग होंगे उन पर सख्त से सख्त कार्यवाही दिल्ली सरकार द्वारा की जाएगी।
इसके साथ ही उन्होंने राज्य के सभी धार्मिक नेताओं से अपील की है कि चाहे किसी भी धर्म से आप हों मगर ऐसी किसी भी तरह की गैदरिंग को मत कीजिए। उन्होंने कहा दोषियों पर कार्रवाई करने के निर्देश दे दिए गए हैं। उम्मीद है कि राज्यपाल इस मामले में जल्द कार्रवाई करेंगे और किसी भी अफसर को अगर इसमें दोषी पाया जाता है तो बख्शा नहीं जाएगा।