नई दिल्ली। बीते सात दशकों से अब तक आप भारतीय सैनिकों के बदन पर जिस वर्दी को देखते हुए आ रहे थे, वो अब आपको नहीं दिखेगी, क्योंकि सैनिकों की वर्दी बदल दी गई है। आगामी अगस्त को औपचारिक तौर पर सैनिक इस वर्दी को पहनना शुरू कर देंगे। वर्तमान में भारत को जिस तरह की स्थिति का सामना पाकिस्तान समेत चीन जैसे मुल्कों से करना पड़ रहा है, उसे देखते हुए यह वर्दी सैनिकों के लिए काफी उपयोगी मानी जा रही है, क्योंकि इसमें कई ऐसी खूबियां हैं, जो दुश्मनों के पसीने छुड़ा सकती है। यह कोई सामान्य वर्दी नहीं है, बल्कि आप इस एक सौम्य के हथियार के रूप में समझ सकते हैं, जो पलक झपकते ही दुश्मनों के नापाक मंसूबों को धराशायी करने का माद्दा अपने अंदर में रखती है। आइए, आगे आपको इस इस वर्दी की अन्य खूबियों व इसे बनाने की प्रक्रिया से अवगत कराते हैं।
बहरहाल, इस वर्दी की खूबियों के बारे में जानने से पहले आपको बताते चले कि आज भारतीय सेना के 74वें स्थापना दिवस के मौके पर जवान इसी वर्दी में दिल्ली कैंट में पैराशूट रेजीमेंट के कंमाडों को परेड करते हुए दिखाई दिए। जिसका वीडियो भी सामने आया है, जो हम आगे की रिपोर्ट में आपको दिखाने वाले हैं, लेकिन उससे पहले आइए जरा एक नजर इस वर्दी की उन खूबियों से रूबरू हुए चलते हैं, जो दुश्मनों के नापक इरादों को उनके पलक झपकने से पहले ही धराशायी करने का माद्दा अपने अंदर रखते हैं।
#WATCH | Delhi: Indian Army’s Parachute Regiment commandos marching during the Army Day Parade in the new digital combat uniform of the Indian Army. This is the first time that the uniform has been unveiled in public. pic.twitter.com/j9D18kNP8B
— ANI (@ANI) January 15, 2022
सबसे पहले तो आप यह जान लीजिए कि यह वर्दी डिजिटल कैमॉफ्लॉज तकनीक से युक्त है, जो दुश्मनों को गुमराह करने का क्षमता रखती है। यह तकनीक दुश्मनों को दिगभ्रमित कर देगी है, तब तक दुश्मनों के नापाक साजिश धरातल पर उतने से पहले ही हमारे वीर सैनिक उन्हें रसातल में पहुंचा चुके होंगे। इस वर्दी का रंग ओलिव ग्रीन है। अगस्त में इसे औपचारिक तौर पर भारतीय सैनिक पहनना शुरू कर देंगे। इतना सब कुछ पढ़ने के बाद अगर आपके जेहन में यह सवाल उठ रहा है कि क्या इस वर्दी को किसी दूसरे देश के सैनिकों की वर्दी के तर्ज पर तैयार किया जा रहा है, तो आपको बताते चले कि आप बिल्कुल ठीक ही सोच रहे हैं, क्योंकि इस वर्दी को ब्रिटिश सैनिकों की तर्ज पर तैयार किया गया है। वर्तमान में ऐसी वर्दी का इस्तेमाल ब्रिटिश सैनिकों के द्वारा किया जाता है। आइए, अब आगे जानते हैं कि आखिर इसे किसने और कैसे तैयार किया गया है।
किसने और कैसे किया तैयार
आपको बताते चले कि इसे यूनिफॉर्म को नेशनल इंस्टिट्यूट ऑफ फैशन टेक्नोलॉजी (NIFT) के सहयोग से तैयार किया गया है। प्रोफेसर और छात्राओं को मिलाकर कुल 8 लोगों ने मिलमर इस वर्दी को तैयार किया है। यह वर्दी किसी भी परिस्थिती और वातावरण में सैनिकों के लिए अनुकूल साबित हो सकती है। यह महिला समेत पुरुषों के लिए काफी उपोयगी साबित हो सकती है। विशेष तौर पर यह महिलाओं के लिए काफी उपयोगी साबित हो सकती है। यह वर्दी महिलाओं के लिए आरामदायक बताई जा रही है। यह किसी भी परिस्थिति व ऋतु के लिए उपयोगी साबित हो सकती है। इस वर्दी की खास बात यह है कि इसे ट्राउजर के अंदर डालने की आवश्यकता नहीं है। इसे पहनकर सैनिक सैन्य संबंधि गतिविधियों को सरलता से कर सकते हैं। बीते दिनों इस वर्दी को बनाने की दिशा में सैन्य अधिकारियों ने उक्त 8 लोगों की टिम मुखातिब भी हुए थे। पूरी रूपरेखा पहले ही निर्धारित की जा चुकी थी जिसे अब धरातल परभी उतारा जा चुका है।