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Mystery: दुनिया का अचंभित करने वाला ऐसा गांव, जहां एक उम्र के बाद लड़की बन जाती है लड़का

Mystery: लड़की से लड़का बनने की अज्ञात बीमारी के चलते गांव में लड़कियों की संख्या भी काफी कम है। गांव में इस बीमारी से पीड़त बच्चों को काफी हेय दृष्टि से देखा जाता है और समाज में उन्हें घृणित समझा जाता है। ऐसे बच्‍चों को ‘ग्वेदोचे’ के नाम से बुलाया जाता है

नई दिल्ली। दुनिया में ऐसे कई रहस्य हैं जो अभी तक अनसुलझे हैं। विज्ञान के इतनी तरक्की कर लेने के बावजूद कुछ रहस्यों से आज तक पर्दा नहीं उठ सका है। हालांकि, वैज्ञानिक इन रहस्यों को सुलझाने के लगातार प्रयास करते रहते हैं लेकिन इन्हें जितना सुलझाया जाता है ये उतना ही और उलझते जाते हैं। डोमिनिकन रिपब्लिक का एक गांव ला सेलिनास श्रापित माना जाता है। बताया जाता है कि इस गांव में लड़कियां 12 की उम्र पार करते ही लड़का बन जाती हैं। मात्र छह हजार की आबादी वाला ये गांव समुद्र किनारे बसा है। दुनिया के एक कोने में बसा ये छोटा सा गांव दुनिया भर के लिए आश्चर्य और शोधकर्ताओं के लिए शोध का विषय बना हुआ है। इस रहस्यमयी गांव के लोगों का मानना है कि इस गांव पर किसी अदृश्य शक्ति का साया मंडरा रहा है। लड़की से लड़का बनने के इस रहस्य से गांव के लोग काफी डर, हैरानी और परेशानी में अपना जीवन व्यतीत करते हैं। गांव में किसी लड़की के जन्म लेने पर वहां खुशी नहीं बल्कि मातम पसर जाता है।

लड़की से लड़का बनने की अज्ञात बीमारी के चलते गांव में लड़कियों की संख्या भी काफी कम है। गांव में इस बीमारी से पीड़त बच्चों को काफी हेय दृष्टि से देखा जाता है और समाज में उन्हें घृणित समझा जाता है। ऐसे बच्‍चों को ‘ग्वेदोचे’ के नाम से बुलाया जाता है, जिसका अर्थ स्थानीय भाषा में किन्नर होता है। इस बीमारी में लड़की के रूप में जन्मे कुछ बच्चों के शरीर में धीरे-धीरे पुरूषों के अंगों का निर्माण होने लगता है। उनकी आवाज भारी होने के साथ शरीर में वो बदलाव आने भी शुरू हो जाते हैं और लड़की धीरे-धीरे लड़के का रूप ले लेती है। कई शोधकर्ताओं ने इस बीमारी का उपचार खोजने की नाकाम कोशिश की, और आज भी इस पर शोध चल रहा है।

चिकित्‍सकों का कहना है कि ये बीमारी एक प्रकार का आनुवंशिक विकार है और स्‍थानीय भाषा में इस बीमारी से ग्रस्त बच्‍चों को ‘सूडोहर्माफ्रडाइट’ कहते हैं। इन बच्चों में हार्मोनल एंजाइम की कमी हो जाती है जिसकी वजह से वो बिना किसी स्‍त्री या पुरुष अंग के जन्‍म लेते हैं और बाद में लड़की के रूप में जन्मा बच्‍चा पुरुष बनने लगता है। शोध दौरान ये सामने आया कि गांव में हर 90 में से एक बच्चा इस बीमारी से पीड़ित है।