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Himachal Congress Crisis: कांग्रेस ने सुखविंदर सिंह सुक्खू को सीएम बनाए रखने का किया फैसला, लेकिन बीजेपी के ताजा दावे से हिमाचल सरकार पर खतरा बरकरार!

Himachal Congress Crisis: सीएम सुखविंदर सिंह सुक्खू ने आज सुबह हिमाचल के कांग्रेस विधायकों को अपने आवास पर ब्रेकफास्ट मीटिंग में बुलाया। सुक्खू पहले ही कह चुके हैं कि वो किसी के खिलाफ बदले की भावना नहीं रखते। ऐसे में लग रहा है कि फिलहाल हिमाचल कांग्रेस में मचा घमासान शांत पड़ सकता है।

नई दिल्ली। हिमाचल प्रदेश के बारे में कांग्रेस आलाकमान ने अहम फैसला लिया है। मीडिया ने सूत्रों के हवाले से खबर दी है कि कांग्रेस आलाकमान ने अभी हिमाचल प्रदेश के सीएम पद से सुखविंदर सिंह सुक्खू को न हटाने का फैसला किया है। बताया जा रहा है कि लोकसभा चुनाव से पहले इस तरह का कदम कांग्रेस नहीं उठाना चाहती। वहीं, सीएम सुखविंदर सिंह सुक्खू ने आज सुबह हिमाचल के कांग्रेस विधायकों को अपने आवास पर ब्रेकफास्ट मीटिंग में बुलाया। सुक्खू पहले ही कह चुके हैं कि वो किसी के खिलाफ बदले की भावना नहीं रखते। ऐसे में लग रहा है कि फिलहाल हिमाचल कांग्रेस में मचा घमासान शांत पड़ सकता है। हालांकि, बीजेपी की तरफ से जो ताजा दावा किया गया है, उससे लग रहा है कि सुक्खू सरकार पर संकट अभी बना हुआ है।

सीएम सुक्खू से विक्रमादित्य सिंह भी नाराज हैं।

हिमाचल के सीएम सुखविंदर सिंह सुक्खू ने इससे पहले बुधवार को बयान दिया था कि वो विक्रमादित्य सिंह को भाई मानते हैं और उनका इस्तीफा मंजूर नहीं करेंगे। इसके बाद विक्रमादित्य सिंह ने भी अपना रुख नरम कर लिया था। विक्रमादित्य सिंह ने इससे पहले सुक्खू सरकार पर तमाम आरोप लगाए थे। उन्होंने ये भी कहा था कि पिता स्वर्गीय वीरभद्र सिंह की प्रतिमा लगाने के लिए सरकार ने शिमला के माल रोड पर जमीन तक नहीं दी। विक्रमादित्य सिंह इससे पहले भी पार्टी लाइन के खिलाफ गए थे। उन्होंने रामलला की प्राण प्रतिष्ठा में हिस्सा लिया था। विक्रमादित्य सिंह की मां प्रतिभा सिंह हिमाचल कांग्रेस की अध्यक्ष भी हैं। इस बीच, हिमाचल से बीजेपी के टिकट पर राज्यसभा चुनाव जीतने वाले हर्ष महाजन ने दावा किया है कि उनके संपर्क में कांग्रेस के 10 से ज्यादा विधायक हैं। इससे लगता है कि सुक्खू सरकार पर संकट अभी टला नहीं है।

हिमाचल कांग्रेस में उथल-पुथल राज्यसभा सीट के चुनाव के दौरान सामने आई थी। कांग्रेस के विधायकों ने क्रॉस वोटिंग की थी। जिससे कांग्रेस के उम्मीदवार अभिषेक मनु सिंघवी और बीजेपी प्रत्याशी हर्ष महाजन को बराबरी में 34-34 वोट मिले थे। जिसके बाद ड्रॉ निकाला गया और महाजन को जीत मिल गई थी। इसके बाद कांग्रेस के बागी विधायक और 3 निर्दलीय हरियाणा के पंचकूला चले गए थे। इस पर बीजेपी ने सुक्खू सरकार के अल्पमत में होने का दावा किया था।