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Land For Job Scam: लैंड फॉर जॉब मामले में लालू यादव को भेजा गया समन, इस दिन होना होगा कोर्ट में पेश

यह पूरा मामला 2004-2009 तक का है, जब लालू यादव रेल मंत्री थी। उन पर आरोप है कि उन्होंने रेल मंत्री रहने के दौरान आवेदकों को जमीन के बदले ग्रुप डी में नौकरी दिलवाई थी। वहीं, रेलवे की ओर से नौकरी को लेकर कोई आवेदन भी जारी नहीं किया गया था।

नई दिल्ली। सुप्रीम कोर्ट ने लैंड फॉर जॉब मामले में राजद सुप्रीमो और बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद यादव को सह-परिवार समन जारी किया है। यादव परिवार को इस मामले में आगामी 4 अक्टूबर को कोर्ट में पेश होने के लिए कहा गया है। अब ऐसे में कोर्ट का रुख पूरे मामले पर क्या रहता है। इस पर सभी की निगाहें टिकी रहेंगी। उधर,आज इस मामले की राउज एवेन्यू कोर्ट में सुनवाई होगी। हालांकि, यह सुनवाई कल होनी थी, लेकिन किसी कारणवश टल गई। आज कोर्ट यह फैसला करेगी कि यादव परिवार के खिलाफ दाखिल आरोपपत्र सुनवाई के योग्य है की नहीं ? बता दें, इससे पहले आठ अगस्त को मामले की सुनवाई होनी थी। लेकिन, सुनवाई टल गई। इसके बाद सुनवाई की तारीख को 12 सितंबर तक कर दिया गया था, जिसके बाद अब इस पर सुनवाई आज यानी की 22 सितंबर को होने जा रही है। ऐसे में कोर्ट का क्या रुख रहता है। आइए, उससे पहले जरा ये जान लेते हैं कि आखिर लैंड फॉर जॉब मामला क्या है?

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क्या है लैंड फॉर जॉब मामला

दरअसल, यह पूरा मामला 2004-2009 तक का है, जब लालू यादव रेल मंत्री थे। उन पर आरोप है कि उन्होंने रेल मंत्री रहने के दौरान आवेदकों को जमीन के बदले ग्रुप डी में नौकरी दिलवाई थी। वहीं, रेलवे की ओर से नौकरी को लेकर कोई आवेदन भी जारी नहीं किया गया था।

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तेजस्वी यादव की प्रतिक्रिया

वहीं, तेजस्वी यादव ने इस कदम को राजनीति से प्रेरित बताकर कहा कि हम इन सभी समन से कोई फर्क नहीं पड़ता है। हमें इसकी अब आदत हो चुकी है। ध्यान दें, इससे पहले भी उन्होंने मीडिया से बातचीत के दौरान स्पष्ट कर दिया था कि उन्हें सीबीआई और ईडी की कार्रवाई से कोई फर्क नहीं पड़ता है।