नई दिल्ली। इस बार पश्चिम बंगाल में होने वाले आगामी विधानसभा चुनाव को लेकर कई सारे समीकरण बनने शुरू हो गए हैं। जहां भारतीय जनता पार्टी पूरी तरह से कमर कस चुकी हैं वहीं मौजूदा समय में सत्ता की कुर्सी पर काबिज तृणमूल कांग्रेस को झटके पर झटके लगते चले जा रहे हैं। बता दें कि आए दिन ममता बनर्जी की पार्टी से लोगों का त्यागपत्र देना जारी है। गौरतलब है कि अगले साल मार्च-अप्रैल में पश्चिम बंगाल में विधानसभा चुनाव होने हैं। ऐसे में अब पार्टी आलाकमान से नाराज चल रहे वरिष्ठ नेता और मंत्री शुभेन्दु अधिकारी ने हूगली रिवर ब्रिज कमिश्नर्स (Hooghly River bridge Commissioners) के चेयरमैन पद से इस्तीफा दे दिया है। फिलहाल उनके द्वारा पद त्यागने के तुरंत बाद ही इस पद पर पार्टी के सांसद कल्याण बनर्जी को नियुक्त कर दिया गया। बता दें कि शुभेन्दु अधिकारी और उनकी पार्टी के बीच सोमवार को बातचीत हुई थी जोकि बेनतीजा रही थी।
माना जा रहा था कि अधिकारी की नाराजगी को दूर करने के लिए अभी बैठकें और होतीं लेकिन अब लगता है कि काफी देर हो चुकी है, क्योंकि शुभेन्दु ने पार्टी से दूरी बनाने का फैसला कर लिया है। वह राज्य मंत्रिमंडल की बैठकों में भाग नहीं ले रहे हैं।
पश्चिम बंगाल: सुवेंदु अधिकारी ने अपने राज्य परिवहन मंत्री पद से इस्तीफा दिया। pic.twitter.com/wUxr2QsXtM
— ANI_HindiNews (@AHindinews) November 27, 2020
जानकारी के मुताबिक शुभेन्दु अधिकारी से बात करने का जिम्मा वरिष्ठ टीएमसी सांसद सौगत रॉय को सौंपा गया था। बीते सोमवार को उत्तरी कोलकाता के एक स्थान पर उन दोनों के बीच लगभग दो घंटे तक चर्चा हुई थी लेकिन इसका कोई सार्थक नतीजा नहीं निकल सका।
बता दें कि काफी समय से नाराज चल रहे शुभेन्दु ममता बनर्जी की सरकार में परिवहन, सिंचाई और जल संसाधन मंत्री थे। उनके समर्थकों उन्हें दादा बुलाते हैं और कई बैनरों पर लिखा गया है कि हम दादा के पीछे हैं। माना जा रहा है कि शुभेन्दु अधिकारी विधानसभा चुनाव से पहले तृणमूल छोड़कर भाजपा में शामिल हो जाएंगे। हालांकि अभी इसको लेकर कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है।