नई दिल्ली। केंद्र सरकार नागरिकों के हित के लिए कई योजनाएं चलाती है। अलग-अलग लोगों के लिए अलग-अलग तरह की योजनाएं होती हैं. कुछ योजनाएँ महिलाओं के लिए हैं, कुछ पुरुषों के लिए और कुछ बुजुर्गों के लिए हैं। इसी तरह कुछ योजनाएं ग्रामीण इलाकों के लोगों के लिए हैं. ऐसी ही एक योजना जिससे ग्रामीण लोगों को बहुत फायदा हो रहा है, वह है स्वामित्व योजना। आइए जानें इस योजना के बारे में विस्तार से..
स्वामित्व योजना क्या है?
24 अप्रैल 2021 को पंचायती राज दिवस के अवसर पर भारत में स्वामित्व योजना की शुरुआत की गई। इस योजना में गांवों का सर्वेक्षण करना और क्षेत्रों का नए तरीके से मानचित्रण करना शामिल है। यह पंचायती राज मंत्रालय की एक योजना है। इस योजना का उद्देश्य भारत के ग्रामीण क्षेत्रों को एकीकृत करना और संपत्ति के मुद्दों का व्यापक और उचित समाधान प्रदान करना है।
इस योजना के तहत, संपत्ति के कानूनी मालिक को टाइटल डीड के साथ अधिकारों का रिकॉर्ड भी दिया जाता है। इसका मतलब है कि जमीन पर मालिकाना हक मिल जाता है. इस योजना के कारण संपत्ति विवादों में काफी कमी आई है। गाँव के उन क्षेत्रों में जहाँ भूमि का सीमांकन ठीक से नहीं हुआ है, यह योजना सटीक आंकड़े प्रदान करती है।
कैसे उठाएं इस योजना का लाभ?
स्वामित्व योजना का लाभ उठाने के लिए आपको सबसे पहले आधिकारिक वेबसाइट https://egramswaraj.gov.in/ पर जाना होगा। वेबसाइट पर जाने के बाद आपको न्यू यूजर रजिस्ट्रेशन पर क्लिक करना होगा। इसके बाद आपको रजिस्ट्रेशन फॉर्म भरना होगा।
फॉर्म में आपको अपनी सारी जानकारी दर्ज करनी होगी। इसके साथ ही आपको अपना फोन नंबर और ईमेल आईडी भी दर्ज करना होगा। इसके बाद रजिस्ट्रेशन फॉर्म सबमिट कर दें. आपका आवेदन सफलतापूर्वक सबमिट हो जाएगा. इसके बाद विभाग आगे की कार्रवाई करेगा और प्रक्रिया पूरी होने के बाद आपको सर्टिफिकेट जारी कर दिया जाएगा.