newsroompost
  • youtube
  • facebook
  • twitter

Swami Govindanand Saraswati Slams Swami Avikuteshwaranand: ‘फर्जी है, भगोड़ा नंबर 1 है’, अविमुक्तेश्वरानंद स्वामी पर जमकर बरसे गोविंदानंद सरस्वती महाराज, बताया कांग्रेस की कठपुतली

Swami Govindanand Saraswati Slams Swami Avikuteshwaranand: गोविंदानंद सरस्वती जी महाराज ने सवाल किया कि सुप्रीम कोर्ट की रोक के बावजूद प्रियंका गांधी अविमुक्तेश्वरानंद को शंकराचार्य कैसे कह सकती हैं। उन्होंने कांग्रेस पर अविमुक्तेश्वरानंद को कठपुतली बनाकर खेल खेलने का आरोप लगाया और प्रियंका गांधी से उनके पत्र के लिए सार्वजनिक रूप से माफी मांगने की मांग की, साथ ही उनके खिलाफ सुप्रीम कोर्ट में अवमानना ​​याचिका दायर करने की धमकी दी।

नई दिल्ली। गोविंदानंद सरस्वती महाराज ने स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद की आलोचना की है, इसके साथ ही उन्हें “कांग्रेस की कठपुतली” करार दिया। इसके अलावा उन्होंने बताया कि प्रियंका गांधी ने अपने पत्र में अविमुक्तेश्वरानंद को शंकराचार्य कहा है, जबकि सुप्रीम कोर्ट ने उनकी उपाधि पर रोक लगा दी है। उन्होंने सवाल उठाया कि जब पद अभी भी न्यायिक जांच के दायरे में है, तो अविमुक्तेश्वरानंद को शंकराचार्य कैसे कहा जा सकता है। उन्होंने व्यंग्यात्मक टिप्पणी की कि क्या अब शंकराचार्य का फैसला कांग्रेस कार्यालयों से होगा। केदारनाथ से 228 किलो सोना गायब होने पर टिप्पणी करते हुए गोविंदानंद सरस्वती जी महाराज ने कहा कि अविमुक्तेश्वरानंद को शायद सोने और पीतल में अंतर भी नहीं पता होगा।


गोविंदानंद सरस्वती जी महाराज ने इस बात पर प्रकाश डाला कि वाराणसी कोर्ट ने अविमुक्तेश्वरानंद को भगोड़ा घोषित करते हुए उनके खिलाफ गैर-जमानती गिरफ्तारी वारंट जारी किया है। उन्होंने इन सभी तथ्यों को प्रकाश में लाने की इच्छा व्यक्त की। उन्होंने मामले में देरी के लिए सुप्रीम कोर्ट की आलोचना की और कहा कि न्याय की जरूरत है क्योंकि अविमुक्तेश्वरानंद देश को नुकसान पहुंचा रहे हैं। उन्होंने अपने दावों के समर्थन में दस्तावेज पेश किए, जिसमें अविमुक्तेश्वरानंद पर हत्या और अपहरण में शामिल होने का आरोप लगाया और भगवान राम के अभिषेक जैसे धार्मिक समारोहों के बजाय शादियों में भाग लेते हुए ‘संन्यासी’ होने का दिखावा करने के लिए उनकी आलोचना की। गोविंदानंद सरस्वती जी महाराज ने उल्लेख किया कि कांग्रेस, भाजपा, प्रधानमंत्री और गृह मंत्री सभी अविमुक्तेश्वरानंद का समर्थन कर रहे हैं। उन्होंने दावा किया कि जब उनके गुरुजी का निधन हुआ, तो अविमुक्तेश्वरानंद ने कांग्रेस से समर्थन पत्र मांगा। प्रियंका गांधी वाड्रा ने 13 सितंबर, 2022 को लिखे अपने पत्र में अविमुक्तेश्वरानंद को शंकराचार्य अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती जी के रूप में संबोधित किया।

प्रियंका गांधी के खिलाफ भी कानूनी कार्रवाई की उठाई मांग

गोविंदानंद सरस्वती जी महाराज ने सवाल किया कि सुप्रीम कोर्ट की रोक के बावजूद प्रियंका गांधी अविमुक्तेश्वरानंद को शंकराचार्य कैसे कह सकती हैं। उन्होंने कांग्रेस पर अविमुक्तेश्वरानंद को कठपुतली बनाकर खेल खेलने का आरोप लगाया और प्रियंका गांधी से उनके पत्र के लिए सार्वजनिक रूप से माफी मांगने की मांग की, साथ ही उनके खिलाफ सुप्रीम कोर्ट में अवमानना ​​याचिका दायर करने की धमकी दी।


धोखाधड़ी के भी लगाए आरोप

उन्होंने अविमुक्तेश्वरानंद को “नकली नंबर एक” करार दिया, प्रधानमंत्री और अंबानी जैसे उद्योगपतियों द्वारा उनका सम्मान करने की आलोचना की। उन्होंने घोषणा की कि अविमुक्तेश्वरानंद को ‘साधु’, ‘संत’ या ‘संन्यासी’ कहना अनुचित है, शंकराचार्य तो दूर की बात है।