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Swami Parsad Maurya: फिर बिगड़े स्वामी प्रसाद मौर्य के बोल, ब्राह्मण और हिंदू धर्म पर की ये विवादित टिप्पणी

Swami Parsad Maurya: अक्सर बीजेपी सपा से स्वामी के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग करती रहती है, लेकिन आज तक बीजेपी ने उनके खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की। यही नहीं, बीते दिनों स्वामी को सपा का महासचिव भी बना दिया गया था, जिसे लेकर बीजेपी ने अखिलेश यादव को आड़े हाथों भी लिया था।

नई दिल्ली। अक्सर अपने विवादित बयानों को लेकर चर्चा में रहने वाले सपा नेता स्वामी प्रसाद मौर्य ने एक बार फिर से विवादित बयान दे दिया है। इस बार स्वामी ने ब्राह्मणवाद और हिंदू धर्म पर विवादित बयान है। जिसमें उन्होंने कहा कि , ‘ब्राह्मणवाद की जड़े बहुत गहरी है और सारी विषमता का कारण भी ब्राह्मणवाद ही है। हिंदू नाम का कोई धर्म है ही नहीं, हिंदू धर्म केवल धोखा है। सही मायने में जो ब्राह्मण धर्म है, उसी ब्राह्मण धर्म को हिंदू धर्म कहकर के इस देश के दलितों, आदिवासियों, पिछड़ों को अपने धर्म के मकड़जाल में फंसाने की एक साजिश है। अगर हिंदू धर्म होता तो आदिवासियों का भी सम्मान होता है, दलितों का भी सम्मान होता, पिछड़ों का भी सम्मान होता लेकिन क्या विडंबना है। आप नीचे लगे वीडियो में भी सुन सकते हैं कि स्वामी प्रसाद मौर्य क्या कुछ कह रहे हैं?

हालांकि, यह कोई पहली मर्तबा नहीं है कि जब उन्होंने इस तरह का विवादित बयान दिया हो, बल्कि इससे पहले भी वो हिंदू धर्म को लेकर अपनी भडा़स निकाल चुके हैं। ध्यान दें, इससे पहले उन्होंने रामायण को लेकर विवादित टिप्पणी की थी, जिसमें उन्होंने इस ग्रंथ में लिखे शब्दों को आपत्तिजनक और समाज में विभाजन पैदा करने वाला बताया था। वे अक्सर सार्वजनिक सभाओं में कहते हैं कि हिंदू धर्म जैसी कोई भी चीज नहीं होती है। बता दें, इन्हीं विवादित बयानों को ध्यान में रखते हुए बीते दिनों स्वामी के मंदिरों में प्रवेश करने पर पाबंदी लगा दी गई थी। इन्हीं विवादित बयानों को लेकर पुलिस ने उनके खिलाफ शिकायत भी दर्ज की थी। इतना ही नहीं, उनके इसी बयान को लेकर गत दिनों ओबीसी यूवा मोर्चा के कार्यक्रम के दौरान उनके ऊपर किसी अज्ञात शख्स ने जूता भी फेंका था।

 

हालांकि, बाद में उनके समर्थकों ने जूता फेंकने वाले शख्स को पकड़ लिया था और उसकी जमकर धुनाई की थी। अक्सर बीजेपी सपा से स्वामी के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग करती रहती है, लेकिन आज तक बीजेपी ने उनके खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की। यही नहीं, बीते दिनों स्वामी को सपा का महासचिव भी बना दिया गया था, जिसे लेकर बीजेपी ने अखिलेश यादव को आड़े हाथों भी लिया था।