नई दिल्ली। मध्य प्रदेश के भोपाल में आयकर विभाग के अधिकारियों ने कोरोना वॉरियर्स बनकर करीब 20 ठिकानों पर छापेमारी (Raid) की। जिसमें करोड़ों की संपत्ति बरामद की गई है। जिस समूहों पर छापेमारी की गई है वो दो बिजनेस समूहों और उनके संबंधितों के हैं। बता दें कि आईटी अधिकारियों की कई टीमें और स्पेशन ऑर्म्ड फोर्स (SAF) पुलिस के कर्मचारी ऐसे वाहनों पर छापेमारी के लिए पहुंचे थे जिनपर कोरोना संबंधित जानकारी लिखी थी।
इन वाहनों पर ‘मध्य प्रदेश सरकार, स्वास्थ्य विभाग की कोविड-19 टीम आपका स्वागत करती है’ लिखा हुआ था। तलाशी अभियान से सूत्रों के अनुसार, इस ऑपरेशन के दौरान करीब 100 अचल संपत्तियों से जुड़े दस्तावेज बरामद किए गए हैं। भोपाल और नजदीकी सीहोर जिले की इस संपत्ति की कीमत कई करोड़ रुपये बताई गई है। इसमें दो क्रिकेट ग्राउंड भी शामिल हैं।
इस छापेमारी को लेकर सूत्रों ने बताया कि एक करोड़ रुपये की नकदी भी बरामद की गई है। सूत्र बताते हैं कि इन दो बिजनेस ग्रुप में से एक का प्रमुख फेथ ग्रुप का राघवेंद्र सिंह तोमर हैं जो एक प्रभावशाली नेता का करीबी माना जाता है। यह बीजेपी नेता इस समय शिवराज सिंह चौहान सरकार में कैबिनेट मंत्री है।
@IncomeTaxIndia Raids underway at premises of major builder and realtor group close to @BJP4MP who had played key role in fall of @INCMP @OfficeOfKNath led govt, he is also close to few IAS-IPS @ndtvindia @ndtv #PrashantBhushan #Dabholkar pic.twitter.com/j8HVKz4sR9
— Anurag Dwary (@Anurag_Dwary) August 20, 2020
इसको लेकर कांग्रेस प्रवक्ता नरेंद्र सलूजा ने इस छापेमारी को लेकर ट्वीट किया, इसमें उन्होंने लिखा, यह (छापेमारी) कुछ और नहीं, इन कैबिनेट मंत्री के रुतबे को सीमित करने का कदम है। इन मंत्री ने हाल में सार्वजनिक रूप से स्वीकार किया था कि राघवेंद्र सिंह तोमर उनके लिए छोटे भाई जैसे है। बीजेपी को अब तोमर के साथ इन मंत्रीजी के संबंधों को स्पष्ट करना चाहिए।
वहीं भाजपा पार्टी प्रवक्ता रजनीश अग्रवाल ने कहा, ‘आयकर विभाग कानून के मुताबिक अपना काम कर रहा है लेकिन कांग्रेस केवल बीजेपी नेताओं की छवि खराब करने के लिए झूठे आरोप लगा रही है।’