
नई दिल्ली। गुजरात एटीएस ने साइबर हमलों के खिलाफ कार्रवाई करते हुए साइबर अपराधियों के एक गिरोह का भंडाफोड़ किया है। एटीएस ने गुजरात के नाडियाड से जसीम शाहनवाज अंसारी नाम के एक साइबर अपराधी को गिरफ्तार भी किया है। आरोप है कि ऑपरेशन सिंदूर के शुरू होने के बाद उसने 50 से अधिक साइबर हमलों को अंजाम दिया। पकड़े गए साइबर अपराधी की उम्र महज 18 वर्ष है। एटीएस के मुताबिक अंसारी ने अपने जैसे किशोरों का ग्रुप बनाया और रक्षा, वित्त, विमानन, शहरी विकास और विभिन्न सरकारी विभागों की बेवसाइट पर साइबर हमले किए।
जांच से पता चला कि अप्रैल और मई 2025 के बीच, इन लोगों ने भारत की कई सरकारी वेबसाइट पर 50 से अधिक साइबर हमलों को अंजाम दिया। गुजरात एटीएस के द्वारा निगरानी के दौरान एकत्र की गई खुफिया जानकारी के आधार पर अंसारी की गिरफ्तारी की गई। एटीएस ने उसे सोमवार को गिरफ्तार किया था। अधिकारियों ने जांच में पाया कि अंसारी और उसके सहयोगी ने ‘एनोनसेक’ नाम का एक टेलीग्राम समूह बनाया, जहाँ उन्होंने ट्रैफिक के जरिए वेबसाइटों को क्रैश करने के लिए डिज़ाइन किए गए डीडीओएस (डिस्ट्रिब्यूटेड डेनियल ऑफ़ सर्विस) हमलों की योजना बनाई और उन्हें अंजाम दिया।
🚨BREAKING NEWS
Gujarat ATS has arrested 18 year old Cyber Terr0rist Jasim Shahnawaz Ansari , who has waged a digital war on India , by targeting 50 plus government websites during #OperationSindoor.
Jasim is a class 12th student, he was produced in court by ATS and has been… pic.twitter.com/G6gHXasyJV
— Amitabh Chaudhary (@MithilaWaala) May 21, 2025
अंसारी ने यूट्यूब के जरिए पायथन प्रोग्रामिंग सीखी और गिटहब से हैकिंग टूल डाउनलोड किए। Termux और Pydroid जैसे मोबाइल ऐप के इन टूल का इस्तेमाल करके साइबर हमलों को अंजाम दिया। इसके बाद वह checkhost.net जैसे प्लेटफार्म के जरिए साइबर हमलों का वीडियो शेयर करता था और फिर AnonSec ग्रुप में स्क्रीनशॉट शेयर करता। इसमें अक्सर भारत विरोधी संदेश होते थे। भारत विरोधी विचारधारा वाले युवाओं का यह समूह अक्सर अपने ग्रुप का नाम बदलते रहते थे और साइबर हमलों के साथ ही भारत विरोधी भावनाओं को बढ़ावा देने वाली पोस्ट भी शेयर करते थे। 7 मई, भारत सरकार की 20 वेबसाइटों पर साइबर अटैक किया गया। इस दौरान इन्होंने लिखा, भारत ने भले ही इसे शुरू किया हो, लेकिन इसे खत्म हम ही करेंगे।