
नई दिल्ली। तहव्वुर राणा को लेकर अमेरिका की ओर से बयान जारी किया गया है। अमेरिका ने तहव्वुर राणा और डेविड कोलमैन हेडली के बीच हुई सीक्रेट चैट का खुलासा किया है। चैट के मुताबिक तहव्वुर राणा ने मुंबई में हुए आतंकी हमलों के बाद अपने साथी डेविड कोलमैन हेडली से कहा था कि भारतीय इसे डिजर्व करते थे। इतना ही नहीं उसने मुंबई में हमला करने वाले आतंकियों की भी प्रशंसा की। राणा हमले में मारे गए आतंकियों को पाकिस्तान का सर्वोच्च सम्मान ‘निशान-ए-हैदर’ दिलाना चाहता था। सम्मान ‘निशान-ए-हैदर’ सम्मान पाकिस्तान युद्ध में अपने शहीद सैनिकों को देता है।
अमेरिकी न्याय विभाग का कहना है, जैसा कि राष्ट्रपति ट्रंप ने कहा है, अमेरिका और भारत आतंकवाद के खिलाफ मिलकर लड़ाई जारी रखेंगे, उसी के तहत एकजुटता दिखाते हुए राणा को भारत प्रत्यर्पित किया गया है। अमेरिका ने कहा कि आतंकी हमलों में शामिल लोगों को न्याय के कटघरे में लाने के लिए अमेरिका प्रतिबद्ध है। बता दें कि मुंबई में 26/11 को हुए हमले में 10 पाकिस्तानी आतंकवादी शामिल थे। इनमें से 9 आतंकियों को मार गिराया गया था जबकि एक आतंकी अजमल कसाब को जिंदा पकड़ने में सफलता मिली थी। बाद में कसाब पर केस चला और साल 2012 में उसे फांसी की सजा दे दी गई थी।
उधर, एनआईए की टीम संभवत: तहव्वुर राणा से पूछताछ शुरू कर चुकी है। राणा को कल ही अमेरिका से भारत लाया गया है। एनआईए ने एयरपोर्ट पर ही राणा को यूएपीए के तहत गिरफ्तार कर लिया था। उसके बाद उसे एनआईए की विशेष अदालत के समक्ष ले जाया गया जहां से कोर्ट ने 18 दिनों की रिमांड एनआईए को दे दी। दिल्ली लीगल सेल की ओर से तहव्वुर राणा को भी वकील मुहैया कराया गया है। पीयूष सचदेवा को तहव्वुर राणा की तरफ से केस लड़ने के लिए नियुक्त किया गया है। जबकि एनआईए की तरफ से नरेंद्र मान केस लड़ेंगे।