newsroompost
  • youtube
  • facebook
  • twitter

Bageshwar Dham: बागेश्वर धाम पीठाधीश्वर धीरेंद्र कृष्ण के खिलाफ लालू के बड़े लाल तेजप्रताप ने भरी हुंकार, रोकने के लिए बनाई अपनी सेना!

तेजप्रताप यादव आरजेडी के नेता तो हैं ही, साथ ही डीएसएस नाम से एक संगठन भी चलाते हैं। इस संगठन में काफी युवाओं को तेजप्रताप ने शामिल करा रखा है। माना जा रहा है कि जिन युवाओं की ट्रेनिंग वाली फोटो तेजप्रताप ने जारी की है, वे डीएसएस के ही हैं। उधर, बीजेपी ने एलान किया है कि वो धीरेंद्र कृष्ण के पटना दौरे के पक्ष में है।

पटना। बागेश्वर धाम पीठाधीश्वर धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री 13 मई से बिहार के दौरे पर रहेंगे। पटना के नौबतपुर में उनका दरबार लगने वाला है। इससे पहले ही धीरेंद्र कृष्ण के खिलाफ बिहार के पर्यावरण मंत्री और लालू यादव के बड़े बेटे तेजप्रताप ने हुंकार भरी है। तेजप्रताप ने एलान कर दिया है कि वो धीरेंद्र कृष्ण को सांप्रदायिक माहौल खराब करने का मौका नहीं देंगे। पटना एयरपोर्ट पर ही उनको रोक लेंगे। अब तेजप्रताप यादव ने कुछ युवकों की फोटो जारी की है। इनको ट्रेनिंग की मुद्रा में दिखाया गया है। तेजप्रताप ने युवकों की फोटो जारी करते हुए कहा है धर्म को टुकड़ों में बांटने वालों को करारा जवाब मिलेगा। तैयारी पूरी है। हिंदू, मुस्लिम, सिख, ईसाई, आपस में हैं भाई-भाई। इससे लग रहा है कि जैसे तेज प्रताप ने धीरेंद्र कृष्ण को रोकने के लिए अलग सेना ही बना ली है।

तेजप्रताप यादव आरजेडी के नेता तो हैं ही, साथ ही डीएसएस नाम से एक संगठन भी चलाते हैं। इस संगठन में काफी युवाओं को तेजप्रताप ने शामिल करा रखा है। माना जा रहा है कि जिन युवाओं की ट्रेनिंग वाली फोटो तेजप्रताप ने जारी की है, वे डीएसएस के ही हैं। दूसरी तरफ बीजेपी ने साफ कर दिया है कि वो धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री के पक्ष में है और पटना आने से रोकने की किसी भी कोशिश का वो विरोध करेगी। ऐसे में बिहार की सियासत एक बार फिर गरमाने के पूरे आसार दिख रहे हैं।

dhirendra krishna shastri 1

दरअसल, धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री पिछले कुछ दिनों से अपने तमाम बयानों की वजह से चर्चा और विवाद में रहे हैं। साईं बाबा, संत तुकाराम के बारे में वो विवादित बयान दे चुके हैं। संत तुकाराम के बारे में बयान देने के बाद उनको माफी भी मांगनी पड़ी थी। धीरेंद्र कृष्ण इसके अलावा भारत को हिंदू राष्ट्र बनाने की मांग भी अपने दरबार में करते रहते हैं। इसी मांग की वजह से तेजप्रताप ने उनके बिहार कार्यक्रम के खिलाफ कदम उठाने का एलान किया है।