
नई दिल्ली। बेशक, राजस्थान, मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ की जनता ने देश की सबसे पुरानी पार्टी कांग्रेस को निराश किया हो, लेकिन तेलंगाना की जनता ने कांग्रेस को निराश नहीं किया। बता दें कि कांग्रेस को तेलंगाना की 119 सीटों में से 69 सीटों पर जीत हासिल हुई है, जो कि सरकार बनाने के लिए पर्याप्त है। फिलहाल,पार्टी सरकार बनाने के लिए तैयार है, लेकिन सीएम पद को लेकर अभी पेंच फंसा हुआ है। माना जा रहा है कि रेवंत रेड्डी को मुख्यमंत्री बनाया जा सकता है। बहरहाल, अब आगामी दिनों में क्या कुछ फैसला लिया जाता है। इस पर सभी की निगाहें टिकी रहेंगी, लेकिन उससे पहले आपको बता दें कि राज्यपाल ने मौजूदा विधानसभा को भंग कर दिया है। बता दें कि इससे पहले बीते रविवार को ही मुख्यमंत्री केसीआर ने राज्यपाल को अपना इस्तीफा सौंप दिया था, जिसके बाद आज विधानसभा को भंग कर दिया गया। अब जल्द नई विधानसभा के गठन की प्रक्रिया शुरू की जाएगी।
The Governor of Telangana has dissolved the State Legislative Assembly after the recommendation from the Council of Ministers pic.twitter.com/Npx3IBV2z8
— ANI (@ANI) December 4, 2023
कैसा रही तेलंगाना की राजनीतिक स्थिति
वहीं, अगर तेलंगाना की राजनीतिक स्थिति की बात करें, तो कांग्रेस ने जहां 64 सीटों पर जीत का दुर्ग स्थापित किया है, तो वहीं बीजेपी 8 सीटों पर जीत हासिल की है। इसके अलावा बीआरएस ने 39 सीटों पर जीत हासिल की है। इसके अलावा एआईएमआईएम ने 7 सीटों पर जीत का पताका फहराया है , जिसे लेकर भी सियासी गलियारों में चर्चा का बाजार गुलजार हो चुका है। हालांकि, चुनाव में हुई अपनी दुर्गति पर अभी तक ओवैसी की ओर से कोई प्रतिक्रिया सामने नहीं आई है, लेकिन आपको बता दें कि उन्होंने इंडिया गठबंधन पर बयान दिया है। आइए, आगे आपको बताते हैं कि उन्होंने क्या कुछ कहा है।
क्या बोले ओवैसी
बता दें कि ओवैसी ने मीडिया से बातचीत के दौरान कहा कि जिस तरह से देश के तीन बड़े सूबो में बीजेपी ने प्रदर्शन किया है, उसे ध्यान में रखते हुए अब कांग्रेस को पहले से ज्यादा सतर्क हो जाने की जरूरत है। ध्यान दें, तीनों हिंदी सूबों में मिली करारी शिकस्त के बाद इंडिया गठबंधन ने आगामी 6 दिसंबर को बैठक आहूत की है, जिसमें सभ दलों को आमंत्रित किया गया है, लेकिन आपको बता दें कि टीएमसी ने बैठक में शामिल होने से साफ इनकार कर दिया है। अब ऐसे में आगामी दिनों में पार्टी की ओर से क्या कुछ कदम उठाए जाते हैं। इस पर सभी की निगाहें टिकी रहेंगी।