हैदराबाद। साल 2024 में होने वाले लोकसभा चुनाव के लिए पीएम नरेंद्र मोदी और बीजेपी विरोधी एकजुट विपक्ष का ख्वाब देख रहे भारत राष्ट्र समिति (बीआरएस) के नेता और तेलंगाना के सीएम के. चंद्रशेखर राव को तगड़ा झटका लगा है। तेलंगाना की महबूबनगर-रंगारेड्डी-हैदराबाद इलाके से शिक्षक कोटे के तहत हुए विधान परिषद चुनाव में बीजेपी समर्थित प्रत्याशी ए. वेंकट नारायण रेड्डी ने बीआरएस समर्थित उम्मीदवार जी. चेन्नकेशव रेड्डी को पराजित कर दिया। वेंकट को मतगणना के 21वें राउंड के बाद 13436 वोट मिले। जबकि, जीत के लिए 12709 वोट की जरूरत थी। चेन्नकेशव रेड्डी को मिली इस चुनावी हार से बीजेपी उत्साहित है। यहां तक कि केंद्रीय गृहमंत्री और बीजेपी के चाणक्य कहे जाने वाले अमित शाह ने भी ट्वीट कर वेंकट नारायण को बधाई दी।
మహబూబ్నగర్-రంగరెడ్డి-హైదరాబాద్ ఉపాధ్యాయ ఎమ్మెల్సీ ఎన్నికల్లో చారిత్రాత్మక విజయం సాధించిన AVN Reddy గారికి @bandisanjay_bjp మరియు @BJP4Telangana కార్యకర్తలకు అభినందనలు.
తెలంగాణ ప్రజలు అవినీతితో విసిగిపోయారని, మోడీ నాయకత్వంలోని ప్రభుత్వాన్ని కోరుకుంటున్నారని ఈ విజయం తెలియజేస్తోంది.— Amit Shah (@AmitShah) March 17, 2023
वेंकट नारायण की जीत के बाद अमित शाह ने कहा कि विधान परिषद चुनाव के इन नतीजों से साफ है कि लोग अब बीआरएस को पसंद नहीं कर रहे हैं। शाह ने कहा कि तेलंगाना के लोग अब भ्रष्टाचार मुक्त और पारदर्शी सरकार देखने के इच्छुक हैं। जाहिर तौर पर तेलंगाना के सीएम और मोदी विरोधी विपक्षी एकता की कोशिश कर रहे चंद्रशेखर राव को इस चुनाव के नतीजे से बड़ा झटका लगा होगा। चंद्रशेखर राव बीते कुछ समय से मोदी और बीजेपी विरोधी विपक्ष के बड़े नेता के तौर पर खुद को सामने ला रहे थे। उन्होंने बिहार के सीएम नीतीश कुमार, सीपीएम के नेताओं, सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव और अरविंद केजरीवाल को भी हैदराबाद के एक कार्यक्रम में एक मंच पर लाकर खड़ा किया था। अब जिस तरह विधान परिषद का ये चुनाव बीआरएस समर्थित प्रत्याशी हारा, उसके बाद निश्चित तौर पर अपने राज्य में वोटरों की तरफ चंद्रशेखर राव को ध्यान देना होगा।
बीजेपी को मिली ये जीत चंद्रशेखर राव के लिए इसलिए भी खतरे की घंटी है, क्योंकि इसी साल तेलंगाना में भी विधानसभा चुनाव होने हैं। लोकसभा के चुनाव तो अगले साल हैं, लेकिन पहले अपने गढ़ तेलंगाना को बचाने की बड़ी चुनौती का सामना चंद्रशेखर राव को करना है। बीजेपी यहां लगातार भ्रष्टाचार, हिंदू समुदाय के उत्पीड़न जैसे मुद्दे उठा रही है। इन मुद्दों से निपटने के लिए चंद्रशेखर राव कौन सी गणित बिठाते हैं, ये अब देखना बाकी है।