
नई दिल्ली। भारत ने जिन 32 हवाई अड्डों के संचालन पर अस्थाई रूप से रोक लगाई थी उनको अब फिर से खोल दिया गया है। पाकिस्तान के साथ जारी तनातनी और हवाई हमलों की आशंका के मद्देनजर भारत ने एहतियातन यह कदम उठाया था। सीजफायर के बाद अब हालात सामान्य होने के चलते भारत सरकार ने अपना पुराना फैसला वापस ले लिया है। हालांकि श्रीनगर एयरपोर्ट से परिचालन अभी शुरू नहीं किया गया है। श्रीनगर एयरपोर्ट कल से खोला जाएगा। माना जा रहा है कि स्थिति का पूरा आंकलन करने के बाद श्रीनगर एयरपोर्ट से उड़ानों का संचालन दोबारा शुरू होगा। श्रीनगर को छोड़कर अन्य हवाई अड्डे अब तत्काल प्रभाव से नागरिक विमान परिचालन के लिए उपलब्ध हैं।
It is informed that 32 airports, which were temporarily closed for civil aircraft operations till 05:29 hrs of 15 May 2025, are now available for civil aircraft operations with immediate effect.
It is recommended for travellers to check flight status directly with Airlines and… pic.twitter.com/Ljqu5XKePU
— ANI (@ANI) May 12, 2025
एयरपोर्ट अथॉरिटी ऑफ इंडिया की तरफ से यात्रियों को सलाह दी गई है कि वे एयरलाइनों से सीधे उड़ान की स्थिति की जांच करें और नियमित अपडेट के लिए एयरलाइन की वेबसाइटों पर नजर रखें। सरकार ने पूर्व में 15 मई तक के लिए इन हवाई अड्डे को बंद करने का आदेश जारी किया था। उधर, जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने मिश्रीवाला में साहिब बंदगी आश्रम के शिविर में शरण लिए हुए सीमावर्ती क्षेत्रों के लोगों से मिलकर उनका हालचाल पूछा। पाकिस्तान की ओर से किए जा रहे हमलों को देखते हुए इन नागरिकों को सुरक्षित स्थानों पर लाया गया है।
#WATCH जम्मू: जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने मिश्रीवाला में साहिब बंदगी आश्रम के शिविर में सीमावर्ती क्षेत्रों के प्रवासियों से मुलाकात की। pic.twitter.com/Kd4zKiufs8
— ANI_HindiNews (@AHindinews) May 12, 2025
दूसरी तरफ जम्मू कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला भी पाकिस्तानी गोलाबारी में घायल हुए लोगों से मिलने पुंछ के जिला अस्पताल पहुंचे। उन्होंने घायलों से मिलकर हालचाल पूछा और प्रशासन की ओर से सर्वोत्तम संभव चिकित्सा देखभाल और पूर्ण सहायता का आश्वासन दिया। इसके बाद सीएम ने इन लोगों के पुनर्वास उपायों की समीक्षा करने के लिए जिला प्रशासन के साथ बैठक भी की। सीएम ने कहा कि हमारे लोगों की सुरक्षा और भलाई सुनिश्चित करना ही हमारी सर्वोच्च प्राथमिकता है।