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Gujarat: धोलेरा अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे के पेहेले चरण के लिए 987 करोड़ रुपये का टेंडर जारी

Gujarat: भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण (Airports Authority of India) ने धोलेरा अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे (Dholera International Airport) के पेहेले चरण के लिए आज 987 करोड़ रुपये का टेंडर जारी किया।

नई दिल्ली। भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण (Airports Authority of India) ने धोलेरा अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे (Dholera International Airport) के पेहेले चरण के लिए आज 987 करोड़ रुपये का टेंडर जारी किया। धोलेरा अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डा में टाइप 4इE श्रेणी के हवाईजहाज के लिए उपयुक्त 3,200 मीटर लंबाई x 65 मीटर चौड़ाई का रनवे शामिल होगा और हवाई अड्डा श्रेणी 4 के फायर-स्टेशन के साथ संरेखित किया जाएगा। धोलेरा हवाई अड्डा डीएसआईआर के उत्तर में स्थित होगा और यह उम्मीद की जाती है कि न केवल डीएसआईआर और इसके आतंरिक इलाकों की जरूरतों को पूरा करेगा, बल्कि अहमदाबाद अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे के अतिप्रवाह को संभालने में भी मदद करेगा।

dholera airport

गुजरात राज्य में तीन अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे शामिल हैं, जिसमें से अहमदाबाद गुजरात का, और भारत का चौथा सबसे व्यस्त हवाई अड्डा है। सौराष्ट्र और इसके आसपास के क्षेत्र में अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे की कमी धोलेरा अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे को कई तरह से रणनीतिक और लाभप्रद बना देगी। धोलेरा अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा, धोलेरा जैसे ग्रीनफील्ड औद्योगिक स्मार्ट शहर में निवेश करने के लिए उत्सुक एयरोस्पेस, रक्षा और विनिर्माण उद्योगों के लिए लाभदायक होगा और गुजरात में पर्यटन को प्रोत्साहित करेगा।

मनोज दास, अतिरिक्त मुख्य सचिव (एसीएस)- मुख्यमंत्री कार्यालय (सीएमओ) और उद्योग और खान के एसीएस विभाग प्रभारी ने कहा, “प्रस्तावित धोलेरा अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डा परियोजना आगामी धोलेरा एसआईआर की लॉजिस्टिक आवश्यकता को पूरा करेगा और मौजूदा अहमदाबाद हवाई अड्डे के भविष्य में अपेक्षित अतिप्रवाह से निपटने में सहायता करेगा। धोलेरा हवाई अड्डा, दुनिया भर के अन्य हवाई अड्डोंकी तरह, इस पूरे इलाके के आर्थिक विकास का नेतृत्व करेगा और आनेवाले भविष्य में यह अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डा पुरे गुजरात राज्य के एयरोस्पेस इकोसिस्टम को बढ़ावा देने में मदद करेगा।”

हरीत शुक्ला, आईएएस, धोलेरा इंडस्ट्रियल सिटी डेवलपमेंट लिमिटेड (DICDL) के प्रबंध निदेशक ने कहा, “अत्याधुनिक अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे के साथ धोलेरा गुजरात राज्य का सबसे बड़ा हवाई अड्डा बनने की क्षमता रखता है जिससे आसपास के इलाकोंमें एमआरओ, डिफेंस और एयरोस्पेस इंडस्ट्रीज के विकास को बढ़ावा मिलेगा। प्रस्तावित हवाई अड्डा नजदीकी शहरों जैसे वडोदरा, राजकोट, भावनगर, नडियाद और आनंद से बढ़ते यातायात को भी संभालेगा। यह वास्तव में उच्च श्रेणी की सेवाओं और बुनियादी ढांचे में सक्षम हवाई अड्डा होगा।“

airport indigo

धोलेरा अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डा सभी आवश्यक मापदंडों पर खरा उतरेगा और और आसपास की सभी के इलाकों को एविएशन इंडस्ट्री से संबंधित हर तरह की गतिविधियों के लिए हर श्रेणी में सर्वश्रेष्ठ बना देगा। गुजरात सरकार ने उक्त परियोजना के लिए 1,624 हेक्टेयर भूमि आवंटित की है और 45 हेक्टेयर सरकारी भूमि, वाणिज्यिक विकास के लिए आवंटित की गई है। साथ ही अन्य सभी प्रासंगिक सहायक सेवाएं जैसे बिजली, पानी, बाढ़ नियंत्रण और सड़कें सरकार द्वारा विकसित की जाएंगी।

धोलेरा के बारे में

धोलेरा विशेष निवेश क्षेत्र (डी.एस.आई.आर.) एक प्रमुख ग्रीनफील्ड औद्योगिक केंद्र है, जो अहमदाबाद से लगभग 100 कि.मी. दक्षिण और राज्य की राजधानी गांधीनगर से 130 कि.मी. की दूरी पर स्थित है। इस परियोजना की परिकल्पना नैशनल इंडस्ट्रियल कॉरिडोर डिवेलपमेंट कॉर्पोरेशन (एन.आई.सी.डी.सी.) की ओर से पश्चिमी डेडीकेटेड फ्रेट कॉरिडोर (डी.एफ.सी.) के प्रभाव क्षेत्र में विकसित किए जाने वाले औद्योगिक समूहों और केंद्रों के रैखिक क्षेत्र को तैयार करने की दिशा में पहला कदम होगा।

CM VIJAY RUPANI GUJRAT

अहमदाबाद जिले के धोलेरा तालुका के 22 गांवों में फैले और लगभग 920 वर्ग कि.मी. की विस्तृत भूमि क्षेत्र में डी.एस.आई.आर. को तैयार करने की योजना बनाई गई है। यह डी.एम.आई.सी. क्षेत्र में डी.एफ.सी. के प्रभाव के साथ निवेश किए गए सबसे बड़ा केंद्र होगा। यह केंद्र सामरिक रूप से वडोदरा, अहमदाबाद, राजकोट, सूरत और भावनगर के शहरी क्षेत्रों के बीच स्थित है। निकटतम अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डा अहमदाबाद में है और गुजरात सरकार धोलेरा इंटरनेशनल एयरपोर्ट कंपनी लिमिटेड (डी.आई.ए.सी.एल.) के माध्यम से प्रस्तावित निवेश क्षेत्र के उत्तर-पूर्व में एक और अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे को विकसित करने की योजना बना रही है। एन.आई.सी.डी.सी. लिमिटेड, डी.एस.आई.आर.डी.ए. के सहयोग से, विश्व स्तर के आधारभूत ढाँचे और उत्कृष्ट जीवनस्तर और शहरी रूप में स्थायित्व वाले एक नए ज़माने का आर्थिक और सामाजिक रूप से संतुलित शहर बनाने की योजना बना रहा है। इस नए जमाने के शहर का लक्ष्य पड़ोसी शहरों और देश के बाकी हिस्सों में मोबाइल/कुशल क्षेत्रीय संपर्क के भीतर एक स्थायी शहरी परिवहन प्रणाली प्रदान करना है।