श्रीनगर। जम्मू-कश्मीर में 9 जून से लगातार कई आतंकी हमले हुए। इन हमलों में आम लोगों को जान तो गंवानी ही पड़ी। साथ ही सेना के 2 अफसर समेत 12 जवान शहीद भी हुए। पहले से ही माना जा रहा था कि पाकिस्तान से घुसपैठ कर आए विदेशी आतंकियों का इन वारदात में हाथ है। अब जम्मू-कश्मीर पुलिस ने आतंकी हमलों के बारे में बड़ा खुलासा किया है। जम्मू-कश्मीर पुलिस के अनुसार गंडोह में 3 विदेशी आतंकियों को ढेर किए जाने के बाद केंद्रीय खुफिया एजेंसियों से मिली जानकारी के बाद आतंकियों के एक मॉड्यूल का भंडाफोड़ करने में सफलता मिली है। जम्मू-कश्मीर पुलिस के मुताबिक इसी मॉड्यूली ने हाल में आतंकियों की घुसपैठ कराई थी। जिसके बाद डोडा, उधमपुर और कठुआ जिलों में कई बड़ी आतंकी घटनाएं हुईं।
The kingpins of the module in active collusion with terrorist handlers across the border, played crucial role in receiving the foreign terrorists after their illegal and surreptitious entry into India in the Samba-Kathua sector. The module besides providing initial shelter, food…
— ANI (@ANI) August 13, 2024
जम्मू-कश्मीर पुलिस ने बताया है कि जिस आतंकी मॉड्यूल का भंडाफोड़ किया गया है, उसका प्रमुख मोहम्मद लतीफ उर्फ हाजी लतीफ है। इस मॉड्यूल में अख्तर अली, सद्दाम, कुशाल, नूरानी, मकबूल, लियाकत, कासिम दीन और खादिम भी शामिल हैं। सभी को गिरफ्तार कर लिया गया है। इन सभी पर दुश्मन का एजेंट होने का केस दर्ज किया गया है। जम्मू-कश्मीर पुलिस के अनुसार गिरफ्तार लोगों ने माना है कि गंडोह के मुठभेड़ में मारे गए 3 विदेशी आतंकियों के बारे में इन लोगों ने पूछताछ में माना कि उनको छिपाने और पहाड़ों में ऊंचाई तक पहुंचाने के काम में मदद दी थी।
जम्मू-कश्मीर पुलिस के अनुसार आतंकी मॉड्यूल के नेता मोहम्मद तलीफ ने सीमा पार के हैंडलर्स से सहयोग कर विदेशी आतंकियों को सांबा-कठुआ सेक्टर से भारत में घुसपैठ कराया था। इस आतंकी मॉड्यूल ने विदेशी आतंकियों को पनाह दी। उनको भोजन और अन्य सामान भी मुहैया कराया। पुलिस का कहना है कि इस आतंकी मॉड्यूल ने डोडा, उधमपुर और कठुआ जिलों के बीच कैलाश पर्वत की ऊंचाइयों और जंगलों में विदेशी आतंकियों को पहुंचाने के लिए गाइड का काम भी किया।