
जम्मू। मुंबई में साल 2008 के आतंकी हमलों के दौरान गिरफ्तार आतंकी कसाब ने पाकिस्तान की पोल खोली थी। ठीक उसी तरह अब जम्मू-कश्मीर में सेना से मुठभेड़ में गिरफ्तार आतंकी ने खोली है। सेना ने 21 अगस्त को एक मुठभेड़ के दौरान घुसपैठ कर रहे आतंकी तबारक हुसैन को गिरफ्तार किया था। हुसैन को गोली लगी थी। वो सेना के अस्पताल में है। तबारक ने मीडिया को बताया कि पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी के कर्नल यूनुस चौधरी ने उसे भेजा था। उसे आतंकियों के साथ भारतीय सेना की चौकियों पर हमला करना था। इसके लिए उसने कई बार रेकी भी की। तबारक ने ये भी बताय कि पाकिस्तानी कर्नल ने इसके लिए उसे 30000 पाकिस्तानी रुपया भी दिया था।
#WATCH | Tabarak Hussain, a fidayeen suicide attacker from PoK, captured by the Indian Army on 21 August at LOC in Jhangar sector of Naushera, Rajouri, says he was tasked by Pakistan Army’s Col. Yunus to attack the Indian Army for around Rs 30,000 pic.twitter.com/UWsz5tdh2L
— ANI (@ANI) August 24, 2022
तबारक के बारे में सेना की 80वीं इन्फेंट्री ब्रिगेड के कमांडर कपिल राणा ने भी यही जानकारी दी। उन्होंने बुधवार को बताया कि एलओसी पर बीते 48 घंटे में घुसपैठ की दो कोशिश नाकाम की गई हैं। ब्रिगेडियर राणा ने बताया कि दो आतंकी मारे गए और तबारक को गिरफ्तार करने में सफलता मिली। उन्होंने बताया कि तबारक को आतंकियों के एक गुट के लिए रेकी करनी थी। ताकि सेना की चौकियों पर हमला किया जा सके। ब्रिगेडियर राणा के मुताबिक तबारक ने जो भी जानकारी दी है, वो पाकिस्तान की कश्मीर में आतंक फैलाने की साजिश के बारे में अहम गवाही है। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान अब राजौरी और जम्मू इलाकों में शांति भंग करने की कोशिश कर रहा है।
ब्रिगेडियर कपिल राणा ने बताया कि पाकिस्तान की तरफ से घुसपैठ की पहली कोशिश 21 अगस्त को की गई। इस दौरान झंगर में जवानों ने दो-तीन आतंकियों को देखा। इनमें से तबारक पास आया और बाड़ काटने की कोशिश की। इस पर जवानों ने फायरिंग की और उसे घायल कर पड़ लिया। तबारक के पीछे रहे आतंकी जंगल में भाग गए। राणा के मुताबिक तबारक पीओके के सब्जकोट गांव का है। वो पहले भी एक बार अपने भाई के साथ गिरफ्तार हुआ था और सजा काटने के बाद पाकिस्तान वापस भेजा गया था।