
नई दिल्ली। ऐसी स्थिति में जब पाकिस्तान और चीन की तरफ से भारत के लिए सामरिक मोर्चे पर चुनौतियों पैदा की जा रही हैं। ऐसे में भारत सरकार सामरिक मोर्चे पर खुद को मजबूत बनाने की दिशा में पूरी कोशिश कर रही है। खबर है कि रूस ने भारत को सामरिक तौर पर मजबूत करने की दिशा में 72 हजार एके 103 असॉल्ट राइफल दिए हैं। यह राइफल्स भारतीय वायुसेना को सामरिक मोर्चे पर मजबूत करेंगे। इन राइफल्स को प्राप्त करने के लिए भारत ने रूस से करार किया था। भारत ने रूस से 300 करोड़ की डील की थी। भारत सामरिक तौर पर अब बहुत मजबूत हो चुका है।
बता दें कि भारतीय वायुसेना के ठिकाने पर हुए आतंकी हमले के बाद यह कदम उठाया गया है, जिसके कई मायने निकाले जा रहे हैं। रूस के साथ भारतीय वायुसेना की इस संदर्भ में 300 करोड़ रूपए की डील हुई थी, जिसे अब जमीन पर उतारा जा चुका है। आइए, आगे इस राइफल्स की खासियत जानते हैं। ऑसाल्ट राइफल्स बहुत ही हल्के होते हैं। इनका वजन 3.6 किलोग्राम का होता है। 7.62 मिलीमीटर कैलिबर के 30 राउंड की मैगजीन लगाई जा सकती है।
यह पलक झपकते ही यह 600 राउंड प्रति मिनट की दर से फायरिंग कर सकते हैं। यह 500 मीटर तक अचूक निशाना लगाने की क्षमता अपने अंदर रखते हैं। ध्यान रहे कि भारतीय वायुसेना की तरफ से यह कदम ऐसे वक्त में उठाया गया है, जब पाकिस्तान के साथ-साथ चीन की तरफ से भी रक्षात्मक मोर्चे पर भारत के लिए चुनौतियां पैदा की जा रही है। अब ऐसी स्थिति में आगामी दिनों में भारतीय वायुसेना की ओर से क्या कुछ कदम उठाया जाता है। इस पर सभी की निगाहें टिकी रहेंगी।