नई दिल्ली। ओडिशा के बालासोर में दर्दनाक ट्रेन हादसा हो गया। इस दुर्भाग्यपूर्ण हादसे का शिकार होकर अब तक 250 से भी अधिक लोगों की जान जा चुकी है। वहीं 900 से भी अधिक यात्री घायल हो गए , जिनका बालासोर सहित अन्य अस्पतालों में उपचार चल रहा है। राज्य के किसी भी अस्पताल में जगह शेष नहीं है, जहां उनका उपचार किया जा सकें। लिहाजा, अब कुछ मरीजों को पश्चिम बंगाल में भेजा जा रहा है। ध्यान दें कि इससे पहले सीएम ममता बनर्जी ने भी मीडिया से बातचीत के दौरान कहा कि उन्होंने 40 डॉक्टरों की टीम को ओडिशा रवाना कर दिया है, लेकिन इस बीच एक दुखद खबर सामने आई है, जिसके बारे आगे हम आपको इस रिपोर्ट में बताने जा रहे हैं।
जानें पूरी खबर
दरअलस, पश्चिम बंगाल से घायलों को लेने ओडिशा जा रही बस हादसे का शिकार हो गई। इस बस की टक्कर एक पिकअप वाहन से हो गई थी, जिसकी वजह से यह दुर्घटनाग्रस्त हो गई। यह हादसा पूर्व मोदिनीपुर इलाके में हुई है। यह हादसा ऐसे वक्त में हुआ है, जब ओडिशा के अस्पतालों में बड़ी संख्या में लोग जिंदगी और मौत से जंग लड़ रहे हैं।
Odisha: The bus carrying crash victims meets with an accident#TrainAccident #OdishaTrainAccident #BalasoreTrainAccident #WestBengal | @gauravcsawant @iindrojit pic.twitter.com/Pw9g3HorgU
— IndiaToday (@IndiaToday) June 3, 2023
बता दें कि ओडिशा के सभी अस्पताल घायलों से भर चुके हैं। अब अस्पतालों में किसी भी नए व्यक्ति की भर्ती करने की जगह नहीं रही, जिसे ध्यान में रखते हुए ममता बनर्जी ने ऐलान किया कि जिन्हें ओडिशा के अस्पतालों में जगह के अभाव में भर्ती नहीं किया गया है, उन्हें पश्चिम बंगाल के अस्पताल में भर्ती किया जाएगा। इसके लिए ममता सरकार की ओर से कई बस ओडिशा भेजे, लेकिन दुर्भाग्यवश उसमें से एक बस हादसे का शिकार हो गई।
पीएम मोदी ने ली घायलों की सुध
वहीं, पीएम मोदी ने शनिवार को बालासोर पहुंचकर हादसे वाली जगह का जायजा लिया। इसके बाद कटक जाकर अस्पताल में भर्ती घायलों की सुध ली। इसके बाद प्रधानमंत्री ने मीडिया से बातचीत के दौरान इस घटना को दर्दनाक बताया। इसके अलावा उन्होंने इस बात पर बल दिया कि इस हादसे में जिस किसी की भी लापरवाही सामने आएगी। निश्चित तौर पर उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। हालांकि, मामले की जांच के लिए उच्च स्तरीय समिति का गठन किया जा चुका है। रेलवे की ओर से भी इस हादसे की जांच के लिए निर्देश दिए जा चुके हैं। बहरहाल, अब आगामी दिनों में इस पूरे मामले में सरकार की ओर से क्या कुछ कदम उठाए जाते हैं। इस पर सभी की निगाहें टिकी रहेंगी।