नई दिल्ली। अभी कुछ दिनों पहले ही भारत ने जी-20 शिखर सम्मेलन की अध्यक्षता की थी। इस दौरान देश की राजधानी दिल्ली को दुल्हन की तरह सजाया गया था। सड़कों के किनारे तरह-तरह की सजावटें, फूल-पौधे और होर्डिंग्स लगाए गए थे। जी-20 शिखर सम्मेलन के लिए दुनिया भर से कई दिग्गज भारत पहुंचे थे। इन सभी के स्वागत स्तकार से लेकर रहने, खाने-पीने और विदाई तक की हर सुविधा को खास रखा गया था। दुनियाभर के इन दिग्गजों को किसी चीज की कमी हो इसके लिए तमाम बड़े और कीमती होटल बुक किए गए। इस दौरान सुरक्षा को भी पुख्ता किया गया था। राजधानी दिल्ली में तीन दिनों के अवकाश की घोषणा की गई थी। इन तीन दिनों में सभी स्कूल, कॉलेज और दुकान-दफतर बंद रखे गए थे। अब जब ये शिखर सम्मेलन भव्यता के साथ समाप्त हुआ है तो दुनियाभर से भारत की सराहना की जा रही है लेकिन क्या आप जानते हैं जी-20 शिखर सम्मेलन की तैयारियों की बीच चाइनीज डेलीगेशन के पास मौजूद ‘रहस्यमयी बैग’ पर काफी बवाल भी हुआ था। एक या दो घंटे नहीं बल्कि कुल 12 घंटों तक इस ‘रहस्यमयी बैग’ को लेकर हाई वोल्टेज ड्रामा हुआ था। चलिए जानते हैं क्या है पूरा मामला…
दरअसल, हुआ कुछ यूं था कि जी-20 शिखर सम्मेलन के लिए भारत आए चाइनीज डेलिगेशन के लिए ताज पैलेस होटल को बुक किया गया था। चाइनीज डेलिगेशन के साथ ही यहां ब्राजील का डेलीगेशन भी मौजूद था। किसी तरह की कोई अप्रिय घटना न घटे इसके लिए सुरक्षा कड़ी थी। ऐसे में हर आने-जाने वाले की और उनके सामान की चैकिंग हो रही थी। हालांकि इस दौरान चाइनीज डेलीगेशन के एक सदस्य के पास रहस्यमय बैग था जिसपर काफी बवाल हुआ। जब प्रोटोकॉल के मुताबिक सदस्य को कहा गया कि वो अपना बैग स्कैनर में डाले तो वो उन्होंने साफ इंकार कर दिया। चाइनीज डेलीगेशन मेंबर ने साफ कह दिया कि वो अपना बैग चैक नहीं करवाएगा।
कुल 12 घंटों तक उस बैग की चैकिंग को लेकर घमासान होता रहा लेकिन आखिर तक चाइनीज डेलीगेशन का सदस्य अपनी बात पर टिका रहा कि वो बैग चैक नहीं करवाएंगा। बाद में माहौल तब शांत हुआ जब चीनी सुरक्षा अधिकारी होटल से उपकरण हटाने और इसे अपने दूतावास को भेजने पर सहमत हुए। भले ही उस वक्त ये विवाद थम गया लेकिन अब भी सवाल यही उठ रहे हैं कि आखिर उस बैग में ऐसा क्या था?