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Gurgaon: देश की सबसे बड़ी सुरक्षा एजेंसी एनएसजी के नाम पर सवा सौ करोड़ की ठगी, पुलिस के हत्थे चढ़े आरोपी

Gurgaon: पुलिस के मुताबिक, आरोपी डिप्टी कमांडेट प्रवीण यादव कुछ समय पहले बीएसएफ से डेप्यूटेशन पर NSG में पोस्टेड हुए थे। उसी दौरान इसके संपर्क में पीड़ित आए और प्रवीण ने तीन लोगों को एनएसजी में कंस्ट्रक्शन का टेंडर दिलाने के नाम पर सवा सौ करोड़ रुपए ठग लिए।

नई दिल्ली। साइबर सिटी गुरुग्राम में बीएसएफ के डिप्टी कमांडेंट ने देश की सबसे बड़ी सुरक्षा एजेंसी एनएसजी के नाम पर 125 करोड़ की ठगी कर गुरुग्राम पुलिस के होश फाख्ता कर दिए हैं। ठगी एनएसजी केंपस में कंस्ट्रक्शन का काम दिलवाने के नाम पर लोगों से की गई। गुरुग्राम पुलिस ने इस पूरे मामले में डीप्टी कमांडेट समेत उसकी पत्नि और बहन को भी गिरफ्तार किया है जिनके पास से 13 करोड़ 81लाख रुपए कैश बरामद किए हैं। साथ ही इनके पास से बीएमडब्ल्यू और मर्सडीज समेत चार लग्जरी कारें बरामद की है।

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पुलिस के मुताबिक, आरोपी डिप्टी कमांडेट प्रवीण यादव कुछ समय पहले बीएसएफ से डेप्यूटेशन पर NSG में पोस्टेड हुए थे। उसी दौरान इसके संपर्क में पीड़ित आए और प्रवीण ने तीन लोगों को एनएसजी में कंस्ट्रक्शन का टेंडर दिलाने के नाम पर सवा सौ करोड़ रुपए ठग लिए। पुलिस के मुताबिक, आरोपी प्रवीण यादव की बहन रितु यादव एक्सिस बैंक में बतौर मैनेजर काम करती है और इन्होने एनएसजी के फर्जी लेटरहेड बनाकर NSG के नाम पर अकाउंट खोला और उसमें ये करोड़ो रुपए ट्रांसफर करा लिए।

पुलिस ने बताया कि बीएसएफ में रहते वक्त प्रवीण यादव ने स्टॉक मार्केट में 60 लाख का घाटा खाया और उसके बाद उस घाटे को पूरा करने के लिए एनएसजी केंपस में कंस्ट्रक्शन वर्क दिलाने के नाम पर 125 करोड़ रुपए की कई लोगों से ठगी कर डाली जिसका खुलासा शिकायतकर्ता द्वारा अपना पैसा वापस मांगे जाने पर हुआ। गुरुग्राम पुलिस की मानें तो पुलिस ने खेड़ा खुर्मपुर के रहने वाले प्रवीण यादव को गिरफ्तार कर लिया है उसके द्वारा ठगी की गई 125 करोड़ रुपए में से ₹13.80 करोड़ बरामद कर लिए गए हैं मगर सवाल अभी भी यह उठ रहा है कि आखिर कैसे इस प्रवीण यादव ने फर्जी एनएसजी का अकाउंट बनाया और उसमें लंबे समय तक लोगों को ठगी का शिकार बनाया और किसी को कानों कान खबर तक नहीं हुई।