Jharkhand: झारखंड के स्कूलों में शुक्रवार को छुट्टी का मुद्दा संसद में गूंजा, भाजपा सांसद ने कहा ‘देश…

Jharkhand : उन्होंने आगे कहा कि  झारखंड में ऐसे कई स्कूल प्रकाश में आए हैं, जो इस्लामीकरण को  बढ़ावा दे रहे हैं, लेकिन अब इस प्रवृत्ति को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। हम मांग करते हैं कि इस पूरे मामले की जांच एनआईए से कराई जाए, ताकि इस पूरी स्थिति पर विराम लगाई जा सकें। निशिकांत दुबे ने आगे कहा कि झारखंड कई मानकों में पिछड़ा हुआ है।

सचिन कुमार Written by: August 5, 2022 5:19 pm

नई दिल्ली। संसद का मानसून सत्र चल रहा है, लिहाजा संसद में बहुत कुछ देखने को मिल रहा है, जिसकी वजह से पूरे देश की नजरें संसद में चल रही गतिविधियों पर टिकी हुई है। आज इसी बीच संसद में मानसून सत्र के दौरान बीजेपी नेता निशिकांत दुबे ने बड़ा दावा किया है, जिसके बाद हड़कंप मच गया। उन्होंने कहा कि झारखंड में 1800 स्कूलों में रविवार की जगह शुक्रवार को सरकारी छुट्टी करने का ऐलान किया गया है, जिससे यह साफ जाहिर होता है कि झारखंड अब इस्लामीकरण की ओर बढ़ रहा है। बता दें कि बीजेपी नेता ने इस पूरे मामले की जांच एनआईए से कराने की मांग की है।

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उन्होंने आगे कहा कि  झारखंड में ऐसे कई स्कूल प्रकाश में आए हैं, जो इस्लामीकरण को  बढ़ावा दे रहे हैं, लेकिन अब इस प्रवृत्ति को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। हम मांग करते हैं कि इस पूरे मामले की जांच एनआईए से कराई जाए, ताकि इस पूरी स्थिति पर विराम लगाई जा सकें। निशिकांत दुबे ने आगे कहा कि झारखंड कई मानकों में पिछड़ा हुआ है। शिक्षा से लेकर स्वास्थ्य तक की हालत खराब है। लोगों विकास से कोसों दूर हैं। उन्हें रोजगार के लिए दिल्ली-मुंबई सरीखे राज्यों की ओर रुख करना पड़ता है, लेकिन अफसोस सरकार का इस ओर कोई भी ध्यान नहीं है।

उधर, बीएसपी सांसद ने दानिश अली उत्तर प्रदेश के गन्ना किसानों की समस्याओं को उठाया है। उन्होंने कहा कि प्रदेश में अभी-भी लोगों को गन्ने का बकाया मूल्य नहीं मिल रहा है। किसान भाई अभी– भी बदहाल हैं, लेकिन अफसोस सरकार का इस ओर कोई भी ध्यान नहीं है, लिहाजा मेरी सरकार से दरख्वास्त है कि किसानों की इस व्य़था पर ध्यान देते हुए समस्या का निराकरण करे।  बहरहाल…तो इस तरह से सभी ने संसद में इन मुद्दों पर अपनी राय रखी, लेकिन अभी जिस तरह का बयान निशिकांत दुबे की ओर से दिया गया है, उसे लेकर अभी सियासी गलियारों में खूब चर्चा देखने को मिल रही है। बता दें कि इससे पहले भी झारखंड से कई ऐसे मसले प्रकाश में आ चुके हैं, जिसमें इस्लामिकरण को बढ़ावा होता देखा गया था।

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