
नई दिल्ली। आज लोकसभा चुनाव के अंतिम और सातवें चरण के मतदान के दौरान पश्चिम बंगाल में हिंसा और बम विस्फोटों से माहौल खराब हो गया है, जिससे व्यापक दहशत फैल गई है। जादवपुर, संदेशखली और दक्षिण 24 परगना सहित विभिन्न स्थानों से मिली रिपोर्टों में गंभीर गड़बड़ी को उजागर किया गया है, जिसने मतदान प्रक्रिया को बाधित किया है। जादवपुर के भवानीपुर इलाके में बम विस्फोट की घटनाएं सामने आई हैं। सड़कों पर कई देसी बम पड़े मिले, जिससे निवासियों में अफरा-तफरी मच गई। स्थिति को नियंत्रित करने के लिए सुरक्षा बलों को बल प्रयोग करना पड़ा। भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (मार्क्सवादी) और तृणमूल कांग्रेस के समर्थकों ने एक-दूसरे पर हमले शुरू करने का आरोप लगाया है। कई जगहों पर बम बनाने की सामग्री बरामद की गई। इसके अलावा, भीड़ ने भीड़ को नियंत्रित करने की कोशिश कर रहे पुलिसकर्मियों पर पथराव भी किया।
संदेशखली में टीएमसी और भाजपा समर्थकों में झड़प
संदेशखली में टीएमसी और भारतीय जनता पार्टी के समर्थकों के बीच भीषण झड़प हुई। झड़प के दौरान, एक भाजपा समर्थक के सिर में गंभीर चोट आई, आरोप है कि टीएमसी समर्थकों ने ही इस घटना को अंजाम दिया। यह घटना सुबह करीब 10 बजे संदेशखली के बैरामारी पंचायत इलाके में हुई, जो बशीरहाट लोकसभा क्षेत्र के अंतर्गत आता है।
दक्षिण 24 परगना में टीएमसी महिला कार्यकर्ताओं ने ईवीएम को पानी में फेंका
दक्षिण 24 परगना के कुल तलाई इलाके में टीएमसी महिला कार्यकर्ताओं ने एक ईवीएम को पानी में फेंक दिया। उनका दावा था कि उनके एजेंट को बूथ पर बैठने की अनुमति नहीं थी, जिसके कारण हाथापाई हुई। इसके बाद, महिला कार्यकर्ताओं ने बूथ पर हंगामा किया और ईवीएम को पानी में फेंक दिया। चुनाव आयोग ने घटना की जांच शुरू कर दी है। भाजपा का आरोप है कि उनके बूथ एजेंटों को मतदान केंद्रों पर रहने की अनुमति नहीं दी गई और उनके साथ मारपीट की गई। इन घटनाओं ने पश्चिम बंगाल में चुनावी प्रक्रिया के संचालन और सुरक्षा को लेकर गंभीर चिंताएं पैदा कर दी हैं। चुनाव आयोग इन मामलों की जांच कर रहा है, ऐसे में मतदान के अंतिम चरण की निष्पक्षता पर सवाल उठ रहे हैं।