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Mumbai Crime: ‘मैंने नहीं मारा उसे बल्कि…’,चला पुलिस का हंटर, तो आरोपी ने किया ये चौंकाने वाला खुलासा

Mumbai Crime: आरोपी मनोज साने ने पुलिस को दिए बयान में बताया कि वो एचआईवी पीड़ित है। इसलिए उनसे कभी सरस्वती से शादी नहीं की और ना ही कभी उसके साथ शारीरिक संबंध बनाए। अब पुलिस यह पता लग रही है कि क्या पीड़िता भी इस बीमारी से पीड़ित थी। फिलहाल शव के टुकड़ों को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है।

नई दिल्ली। इस बार किसी आफताब…असलम….अब्दुल ने नहीं….बल्कि मनोज साने नामक 54 वर्षीय शख्स ने अपनी 33 वर्षीय लिव इन पार्टनर के शव के टुकड़े करके पहले तो उसे कुकर में उबाला। इसके बाद उन टुकड़ों को मिक्सी में पीसकर उन्हें कुत्तों के आगे परोस दिया। शव का ऊपरी हिस्सा वो कुत्तों को खिला चुका था। निचला हिस्सा खिलाने ही वाला था, लेकिन तब तक उसकी पोल खुल गई। दरअसल, पड़ोसियों को उसके घर से चूहों के मरने जैसी दुर्गंध आने लगी। दुर्गंध भी कोई मामूली नहीं, मौके पर गए लोगों ने अपना अनुभव साझा करते हुए बताया कि दुर्गंध इतनी असहनीय थी कि वहां एक पल भी ठहर पाना मुश्किल था। खैर, इस बारे में पड़ोसियों ने मनोज साने को फोन कर जानकारी दी। जिस पर उसने कहा कि मैं आकर देखता हूं, लेकिन तब तक पड़ोसियों ने पुलिस को फोन कर दिया। मौके पर पुलिस पहुंची तो मनोज साने की करतूतों से पर्दा उठा।

पुलिस को मनोज साने के घर लाश के टुकड़ों से भरी बाल्टी मिली। नजर गई तो पुलिस के होश फाख्ता हो गए। लेकिन इस बीच आरोपी को खबर लग गई कि पुलिस उसके घर पहुंच चुकी है, तो वो घर जाने की जगह फरार हो गया, लेकिन पुलिस के साथ उसकी लुका-छुप्पी का खेल ज्यादा दिनों तक नहीं चल पाया। उसे गिरफ्तार कर लिया गया। गिरफ्तारी के बाद अब आरोपी पुलिस हिरासत में है, जहां से उससे पूछताछ की जा रही है। अब तक हुई पूछताछ में उसने कई खुलासे किए हैं, लेकिन एक खुलासा ऐसा किया है , जो कि पुलिस को हजम नहीं हो रहा है। दरअसल, आरोपी मनोज साने ने पुलिस को बताया कि उसने अपनी लिव इन पार्टनर सरस्वती को नहीं मारा, वो तो उससे बहुत प्यार करता था। भला वो उसे क्योें मारेगा। आरोपी ने बताया कि सरस्वती ने खुदकुशी कर ली। जिसके बाद वो काफी डर गया।

इसके बाद उसने लाश को ठिकाना लगाने के लिए उसके टुकड़े करने का फैसला किया। आरोपी ने बताया कि सरस्वती की लाश को ठिकाना लगाने के बाद वो भी आत्महत्या करने वाला था, लेकिन तब तक उसकी पोल खुल गई, लेकिन पुलिस को उसके दिए गए इस बयान पर भरोसा नहीं हो रहा है। पुलिस को लग रहा है कि आरोपी कुछ छुपाने की कोशिश कर रहा है। फिलहाल उससे पूछताछ का सिलसिला जारी है। उधर, पुलिस पूछताछ में पड़ोसियों ने मनोज साने और सरस्वती के बारे में कई हैरान करने वाले खुलासे किए हैं। पड़ोसियों ने बताया कि दोनों का रवैया बहुत विचित्र था। दोनों किसी से बात नहीं करते थे। सिर्फ और सिर्फ अपने ही काम से मतलब रखते थे। यहां तक की किसी को भी दोनों का नाम भी पता नहीं था, वो तो जब यह मामला प्रकाश में आया, तो उनका नाम मालूम पड़ा। अब पुलिस यह पता लगाने की कोशिश कर रही है कि क्या दोनों के बीच किसी बात को लेकर झगड़ा हुआ था? या दोनों के बीच किसी बात को लेकर विवाद था? हालांकि, आरोपी दोनों सवालों में से किसी के भी बारे में कुछ बताने की स्थिति नहीं है। आरोपी खुद के बेगुनाही की दलीलें दे रहा है। अब ऐसे में पुलिस के समक्ष सबसे बड़ी चुनौती यही है कि यह पता लगाया जा सकें कि आखिर सरस्वती की हत्या है या आत्महत्या?

उधर, आरोपी मनोज साने ने पुलिस को दिए बयान में बताया कि वो एचआईवी पीड़ित है। इसलिए उसने कभी सरस्वती से शादी नहीं की और ना ही कभी उसके साथ शारीरिक संबंध बनाए। अब पुलिस यह पता लग रही है कि क्या पीड़िता भी इस बीमारी से पीड़ित थी। फिलहाल शव के टुकड़ों को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है। अब पोस्टमार्टम के बाद ही साफ हो पाएगा कि आखिर असल सच्चाई क्या है?  पुलिस पूछताछ में आरोपी ने बताया कि सरस्वती से उसकी मुलाकात 2010 में हुई थी, जब वह अहमदनगर आई थी। उस वक्त आरोपी बोरीवली के बभाई नाका स्थित राशन ऑफिस में काम करता था। इसके बाद दोनों के बीच नजदीकियां बढ़ती गई फिर दोनों ने लव इन रिलेशनशिप में रहने का फैसला किया। लेकिन अब इस बीच सरस्वती के शव के बेशुमार टुकड़े कई अनसुलझी कहानी बयां करते हुए नजर आ रहे हैं। ध्यान दें कि इससे पहले आफताब अमीन पूनावाला ने भी अपनी लिन इन पार्टनर  श्रद्धा वालकर ही शव के टुकड़े कर उसे मौत के घाट उतार दिया था , लेकिन उस वक्त इस पूरे मामले को लेकर हिंदू-मुस्लिम का रंग देकर खूब हवा दी गई थी, लेकिन अब जिस तरह की क्रूरता मनोज साने ने की है, उस पर ना ही कहीं बहस दिख रही है और ना ही कहीं कोई चर्चा।