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Video: ‘घट रही हिंदुओं की आबादी..’ RSS सरकार्यवाह दत्तात्रेय होसबाले ने जनसंख्या नीति पर दिया जोर

Population Policy : होसाबले ने ये भी कहा कि देश में पिछले कुछ दशकों में अचानक हुआ जनसंख्या विस्फोट चिंताजनक है। इसलिए इस विषय पर समग्रता से व एकात्मता से विचार करके सब पर लागू होने वाली जनसंख्या नीति बननी चाहिए। धर्मान्तरण होने से हिन्दुओं की संख्या कम हो रही है। देश के कई हिस्सों में मतांतरण की साजिश चल रही है।

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नई दिल्ली। भारत में एक लंबे वक्त से जनसंख्या नीति को लेकर खूब बहस छिड़ी हुई है चाहे फिर केंद्र सरकार के मंत्री हों या फिर सामाजिक संगठन। सभी लोग पूरे देश के लिए इस नीति को महत्वपूर्ण बता रहे हैं तथा इसकी जरूरत को महसूस कर रहे हैं। ऐसे में आरएसएस के सर कार्यवाह दत्तात्रेय होसाबले ने प्रयागराज में चल रहे संघ की चार दिवसीय बैठक में फिर से पूरे देश में जनसंख्या नीति की जरूरत को लेकर बयान दिया है। होसबोले ने कहा है देश में सब पर लागू होने वाली जनसंख्या नीति बननी चाहिए। मतांतरण होने से हिंदुओं की संख्या घट रही है जिससे डेमोग्राफिक बदलाव भी आ रहे हैं जो ठीक नहीं है।

आपको बता दें आरएसएस के दत्तात्रेय होसाबले ने पूर्वोत्तर राज्यों के सभी जनजातीय समुदायों के बारे में बात करते हुए कहा’- कि पूर्वोत्तर राज्यों के जनजातीय समुदाय के लोगों में भी स्वाभिमान जागरण के कारण ‘मैं भी हिन्दू हूं’ का बोध विकसित हुआ है। उन्होंने कहा कि स्वाभिमान जागरण के कारण ही पूर्वोत्तर राज्यों के जनजातीय समुदाय के लोग अब संघ से भी जुड़ना चाहते हैं। इसके अलावा उन्होंने बताया कि मेघालय और त्रिपुरा राज्य के जनजाति समुदाय के लोग संघ के सरसंघचालक को भी इस बोध के साथ आमंत्रित करने लगे हैं। पूर्वोत्तर राज्यों में हिंदुत्व के प्रति ज्ञान पहले के मुकाबले बढ़ा है और यह आरएसएस की वजह से हुआ है।

इसके साथ ही होसाबले ने ये भी कहा कि देश में पिछले कुछ दशकों में अचानक हुआ जनसंख्या विस्फोट चिंताजनक है। इसलिए इस विषय पर समग्रता से व एकात्मता से विचार करके सब पर लागू होने वाली जनसंख्या नीति बननी चाहिए। धर्मान्तरण होने से हिन्दुओं की संख्या कम हो रही है। देश के कई हिस्सों में मतांतरण की साजिश चल रही है। कुछ सीमावर्ती क्षेत्रों में घुसपैठ भी हो रही है। सरकार्यवाह ने कहा कि जनसंख्या असंतुलन के कारण कई देशों में विभाजन की नौबत आई है। भारत का विभाजन भी जनसंख्या असंतुलन के कारण हो चुका है। इसीलिए भारत को जनसंख्या नीति की अत्यंत आवश्यकता है।

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