
नई दिल्ली। नूपुर शर्मा के बयान को लेकर लोगों के जेहन में रोष व्याप्त है। बीजेपी द्वारा उन्हें पार्टी से निलंबित किए जाने के बावजूद भी लोगों का रोष थमने का नाम नहीं ले रहा है। लोगों में बढ़ते रोष का अंदाजा आप महज इसी से लगा सकते हैं कि नूपुर के बयान के बाद आज राजधानी दिल्ली स्थित जामा मस्जिद में नमाजियों का विरोध प्रदर्शन अपने चरम पर पहुंच चुका है। लोग हाथों में पोस्टर लेकर विरोध प्रदर्शन करते हुए नजर आ रहे हैं। फिलहाल इन्हें समझाने की कोशिश की जा रही है, ताकि स्थिति को भयावह होने से रोका सा जा सकें। फिलहाल स्थिति को तूल देने से रोकने हेतु व किसी भी अप्रिय स्थिति को रोकने हेतु दिल्ली पुलिस की तरफ से भारी संख्या में पुलिसबलों को मस्जिद के बाहर तैनात कर दिया गया है। बता दें कि प्रदर्शनकारियों द्वारा नूपुर व नवीन को गिरफ्तार किए जाने की मांग की जा रही है। फिलहाल विरोध प्रदर्शन शांतिपूर्ण बनी हुई है।
हालांकि, मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, जामा मस्जिद में पहले से ही भारी संख्या में पुलिसबलों की मौजूदगी थी, लेकिन नमाजी नमाज के बाद नूपुर के बयान के विरोध में प्रदर्शन करने पर आमादा हो जाएंगे। इस बात की जानकारी शायद किसी को भी नहीं थी। फिलहाल राहत की बात है कि अभी तक विरोध प्रदर्शन शांतिपूर्ण ही चल रहा है।
#WATCH People in large numbers protest at Delhi’s Jama Masjid over inflammatory remarks by suspended BJP leader Nupur Sharma & expelled leader Naveen Jindal, earlier today
No call for protest given by Masjid, says Shahi Imam of Jama Masjid. pic.twitter.com/Kysiz4SdxH
— ANI (@ANI) June 10, 2022
लेकिन पुलिस समेत अन्य सुरक्षाबलों वहां की प्रत्येक गतिविधियों पर विशेष निगरानी रखी जा रही है, ताकि किसी भी अप्रिय परिस्थिति को वास्तविकता में परिवर्तित होने से रोका जा सकें। प्रदर्शनकारियों के द्वारा नूपुर और नवीन की गिरफ्तारी की मांग की जा रही है। बता दें कि दिल्ली समेत अन्य राज्यों भी विरोध की आंच पहुंच चुकी है।
उधर, उत्तर प्रदेश के सहारनपुर में भी नूपुर के बयान के विरोध में लोगों का प्रदर्शन अपने चरम पर पहुंच चुका है। भारी संख्या में लोगों का हुजूम देखने को मिल रहा है। वहीं, मुरादाबाद में भी नूपुर के बयान के विरोध में लोगों का प्रदर्शन जोर पकड़ रहा है। लोग नारेबाजी करते हुए नजर आ रहे हैं। जिस तरह से प्रदर्शनकारी हाथों में पोस्टर लेकर विरोध कर रहे हैं, उससे यह साफ जाहिर होता है कि यह प्रदर्शन पूरी तरह से सुनियोजित था। ध्यान रहे कि एक सप्ताह पहले ही नूपुर के बयान के विरोध में कानपुर में विरोध प्रदर्शन की आड़ में हिंसा देखने को मिली थी। ऐसी स्थिति में पुलिसबलों के समक्ष एक चुनौती है कि किस भी तरह से स्थिति को विकराल होने से रोका जा सकें। बता दें कि कानपुर हिंसा के बाद उत्तर प्रदेश सरकार की तरफ से 55 मस्जिदों के चिन्हित किया गया था।
देवबंद में सख्त हुई पुलिस
उधर, खबर है कि देवबंद में पुलिस प्रदर्शनकारियों को लेकर सख्त हो चुकी है। सूबे के विभिन्न इलाकों में लोग खड़े होकर विरोध की नुमाइश करते हुए नजर आ रहे हैं। सभी की यही मांग है कि नूपुर की गिरफ्तारी की जा जाए। उधर, जामा मस्जिद में मौजूद प्रदर्शनकारियों को दिल्ली पुलिस की तरफ से समझाने का सिलसिला जारी है। लेकिन, प्रदर्शनकारियों को घर जाने के लिए कहा जा रहा है, लेकिन उनके रूख से साफ जाहिर होता है कि उनका प्रदर्शन नूपुर की गिरफ्तारी तक जारी रहेगा। वहीं, दिल्ली पुलिस का साफ कहना है कि अभी स्थिति पूरी तरह से नियंत्रण में है। पुलिस की तरफ से साफ कहा जा चुका है कि किसी भी तरह की अप्रिय स्थिति को वास्तविकता में परिवर्तित होने से रोका जा सकें, ऐसी पूरी कोशिश रहेगी। वहीं, उत्तर प्रदेश के एडीजी प्रशांत भूषण ने भी साफ कर दिया है कि स्थिति पूरी तरह से नियंत्रण में हैं।
इसके साथ ही जामा मस्जिद के इमाम ने बयान जारी कर कह है कि हम इन प्रदर्शनकारियों का समर्थन नहीं करते हैं। हम इन्हें नहीं जानते हैं। ये लोग ओवैसी के लोग हैं। हमारी इन प्रदर्शनकारियों को कोई समर्थन नहीं है। बता दें कि ओवैसी लगातार नूपुर की गिरफ्तारी की मांग कर रहे हैं। जामा मस्जिद के शाही इमाम ने कहा कि हम प्रदर्शनकारियों से प्रदर्शन करने हेतु कोई अपील नहीं की थी और न ही कोई इजाजत दी गई थी, तब यह लोग कैसे आ जाते हैं।