गोरखनाथ मंदिर से निकलकर मानसरोवर मंदिर पहुंचेगी गोरक्षपीठाधीश्वर की अगुवाई वाली शोभायात्रा

विजयादशमी के दिन 3 बजे तिलक हाल में पारंपरिक तिलकोत्सव कार्यक्रम आयोजित होगा। इस कार्यक्रम में गोरक्षपीठाधीश्वर श्रद्धालुओं को आशीर्वाद प्रदान करेंगे। भजन कीर्तन का भी आयोजन किया जाएगा। पीठ से जुड़े योगी, महंत, पुजारी, पुरोहित मंगल पाठ के बीच गोरक्षपीठाधीश्वर से तिलक का आशीर्वाद लेंगे।

अविनाश तिवारी Written by: October 14, 2021 8:28 pm

नाथ संप्रदाय की विश्व प्रसिद्ध गोरक्षपीठ से विजयादशमी को गोरक्षपीठाधीश्वर एवं मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की भव्य शोभायात्रा निकलेगी। कड़े सुरक्षा इंतजाम के बीच विजयदशमी की शाम 4 बजे निकलने वाली यात्रा की तैयारियां जहां अंतिम चरण में है, शुक्रवार को शोभायात्रा की अगुवाई करते हुए सीएम योगी मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान राम का राजतिलक करने को मंदिर से निकलेंगे. शाम 4 गोरखनाथ मंदिर से गोरक्षपीठाधीश्वर की शोभायात्रा धूमधाम से निकाली जाएगी। पीठाधीश्वर गुरु गोरक्षनाथ का आशीर्वाद लेकर अपने वाहन में सवार होंगे। तुरही, नगाड़े व बैंड बाजे की धुन के बीच गोरक्षपीठाधीश्वर की शोभायात्रा मानसरोवर मंदिर पहुंचेगी। यहां पहुंचकर गोरक्षपीठाधीश्वर योगी आदित्यनाथ गोरक्षपीठ से जुड़े मानसरोवर मंदिर पर देवाधिदेव महादेव की पूजा अर्चना करेंगे। इसके बाद उनकी शोभायात्रा मानसरोवर रामलीला मैदान पहुंचेगी। यहां चल रही रामलीला में वह प्रभु श्रीराम का राजतिलक करेंगे। इसके साथ ही प्रभु श्रीराम, माता जानकी, लक्ष्मण व हनुमानजी का पूजन कर आरती भी उतारी जाएगी। रामलीला मैदान में अपने संबोधन से गोरक्षपीठाधीश्वर श्रद्धालुओं को आशीर्वाद भी देंगे

 

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अल्पसंख्यक समुदाय के लोग करेंगे शोभायात्रा का स्वागत– उत्तर प्रदेश उर्दू अकादमी के चेयरमैन चौधरी कैफुलवरा हर साल की तरह इस बार भी गोरक्षपीठाधीश्वर की विजयादशमी शोभायात्रा का स्वागत करेंगे

तिलकहाल में होगा तिलकोत्सव– विजयादशमी के दिन 3 बजे तिलक हाल में पारंपरिक तिलकोत्सव कार्यक्रम आयोजित होगा। इस कार्यक्रम में गोरक्षपीठाधीश्वर श्रद्धालुओं को आशीर्वाद प्रदान करेंगे। भजन कीर्तन का भी आयोजन किया जाएगा। पीठ से जुड़े योगी, महंत, पुजारी, पुरोहित मंगल पाठ के बीच गोरक्षपीठाधीश्वर से तिलक का आशीर्वाद लेंगे। उसके बाद गृहस्थ शिष्य तिलक कर आशीर्वाद ग्रहण करेंगे। तिलकोत्सव का यह कार्यक्रम अपराह्न 4 बजे तक चलेगा

मंदिर में होगा सहभोज – सीएम योगी आदित्यनाथ रामलीला मैदान से जब वापस लौटेंगे तो मंदिर में सहभोज का कार्यक्रम शुरू होगा। विजयादशमी की शाम गोरखनाथ मंदिर में परंपरागत सहभोज में अमीर-गरीब और जाति-मजहब के विभेद से परे बड़ी संख्या में सर्वसमाज के लोग शामिल होते हैं। बड़ी संख्या अल्पसंख्यक समुदाय के पुरूष-महिलाओं की होती है

सुबह श्रीनाथ जी के पूजन से होगी शुरूआत – विजयादशमी पर्व की गोरखनाथ मंदिर में शुरूआत सुबह 9 बजे श्रीनाथ जी (शिवावतारी गुरु गोरक्षनाथ) के विशिष्ठ पूजन से होगी। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ मुख्य मंदिर में श्रीनाथ जी एवं सभी देव विग्रहों का विशिष्ठ पूजन करेंगे। सभी को भोग लगाएंगे। उनके साथ मंदिर से प्रधान पुजारी योगी कमलनाथ एवं प्रधान पुरोहित आचार्य रामानुज त्रिपाठी समेत मंदिर से सभी पुजारी शामिल होंगे। उसके बाद सीएम योगी आदित्यनाथ गोशाला जाएंगे जहां गोसेवा कर गाय का पूजन करेंगे। उन्हें गुड व चना खिला आशीर्वाद लेंगे। उसके बाद अपना 9 दिन का व्रत तोड़ते हुए पारण करेंगे

लगेगी संतों की अदालत, दंडाधिकारी की भूमिका में होंगे गोरक्षपीठाधीश्वर- गोरखनाथ मंदिर में विजयादशमी की रात पात्र पूजा का अनुष्ठान होता है। गोरक्षपीठाधीश्वर पात्र देवता के रूप में प्रतिष्ठित होते हैं। रात 9.30 बजे से शुरू होने वाले इस पूजन में पात्र देवता गोरक्षपीठाधीश्वर दंडाधिकारी की भूमिका में होते हैं। पूजन के बाद संतों-योगियों की अदालत लगती है जिसमें नाथपंथ की परम्‍परा के अनुसार हर वर्ष विजयादशमी की रात गोरखनाथ मंदिर में पात्र देवता पीठाधीश्वर संतों के विवादों का निस्तारण करते हैं। गोरक्षपीठाधीश्वर योगी आदित्‍यनाथ नाथपंथ की शीर्ष संस्था अखिल भारतवर्षीय अवधूत भेष बारह पंथ योगी महासभा के अध्‍यक्ष भी हैं। इसी पद पर वह दंडाधिकारी की भूमिका में होते हैं। गोरक्षपीठाधीश्वर संतो के आपसी विवाद सुलझाते हैं। विवादों के निस्तारण से पूर्व संतगण पात्र देव के रूप में योगी आदित्यनाथ का पूजन करते हैं। पात्र देवता के सामने सुनवाई में कोई भी झूठ नहीं बोलता है। पात्र पूजा संत समाज में अनुशासन के लिए प्रतिष्ठित है।1