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Manish Kashyap: शूट हुआ था पटना में मजदूरों की पिटाई वाला वीडियो, मनीष के साथियों ने की थी एक्टिंग, मीडिया रिपोर्ट में बड़ा दावा !

Manish Kashyap: तमिलनाडु में बिहारी श्रमिकों के साथ हुई कथित पिटाई मामले में कितनी सच्चाई है? इस पर तो कोई भी टिप्पणी करना जल्दबाजी हो सकती है। हालांकि, तेजस्वी यादव तमिलनाडु में बिहारी मजदूरों की पिटाई को झूठा बता चुके हैं। वहीं तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन भी बिहारी मजदूरों की पिटाई से संबंधित वायरल हुई वीडियोज को फेक बता चुके हैं।

नई दिल्ली। तमिलनाडु में बिहारी मजदूरों की कथित पिटाई के मामले में बिहार के यूट्यूबर मनीष कश्यप के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गई है। अब उन पर गिरफ्तारी की तलवार लटक रही है। बताया जा रहा है कि उन्हें कभी-भी गिरफ्तार किया जा सकता है। आरोप है कि मनीष ने तमिलनाडु में बिहारी मजदूरों की कथित पिटाई को लेकर झूठ फैलाया, जिसे संज्ञान में लेने के बाद उनके खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गई है। वहीं, मनीष के समर्थकों का कहना है कि तेजस्वी यादव को चैलेंज करने का खामियाजा मनीष को भुगतना पड़ रहा है। बता दें कि बीते दिनों तमिलनाडु में बिहारी मजदूरों की कथित पिटाई के प्रकरण को लेकर मनीष ने तेजस्वी यादव को चैलेंज किया गया था। बताया जा रहा है कि तेजस्वी को चैलेंज गवारा नहीं लगा और उन्होंने मनीष को सलाखों के पीछे पहुंचाने का रास्ता खोज निकाला।

उधर, तमिलनाडु में बिहारी श्रमिकों के साथ हुई कथित पिटाई मामले में कितनी सच्चाई है? इस पर तो कोई भी टिप्पणी करना जल्दबाजी हो सकती है। हालांकि, तेजस्वी यादव तमिलनाडु में बिहारी मजदूरों की पिटाई को झूठा बता चुके हैं। वहीं तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन भी बिहारी मजदूरों की कथित पिटाई से संबंधित वायरल वीडियोज को फेक बता चुके हैं। बता दें कि बीते दिनों सोशल मीडिया पर तमिलनाडु में बिहारी मजदूरों की कथित पिटाई से संबंधित कई वीडियो प्रकाश में आए थे। जिस पर मनीष कश्यप ने खुलकर रिपोर्टिंग की थी और तेजस्वी सरकार से तीखे सवाल पूछे थे। यही नहीं, मनीष ने तमिलनाडु जाने का भी जिक्र किया था और इस पूरे मामले को पुरजोर तरीके से उठाने की बात कही थी।

वहीं, एक मीडिया रिपोर्ट में दावा किया गया है कि मनीष ने अपने कुछ साथियों के साथ मिलकर एक झूठा वीडियो शूट करवाया। वीडियो को पूरी योजना के साथ शूट किया गया था, जिसमें मनीष के साथी भी शामिल थे। दावा किया गया है कि मनीष के साथियों ने बाकायदा चोटिल होने का नाटक किया और बाइट में तमिलनाडु में बिहारी मजदूरों की पिटाई वाले कयासों पर मुहर लगा दी। आरोप है कि मनीष और उसके साथियों ने इस वीडियो को शूट कराने के लिए पटना में एक किराए पर घर लिया था और पास के मेडिकल की दुकान से कॉटन पट्टी, हैंडी प्लास्ट, बैंडेज, लाल दवा खरीदी थी। बता दें कि इस मामले में प्रयास न्यूज के पत्रकार राकेश तिवारी को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया गया है। इसके अलावा पुलिस को मनीष के अन्य साथियों की भी तलाश है, जो कि अभी फरार हैं। बहरहाल, अभी पुलिस पूरे मामले को संज्ञान में लेने के बाद जांच का सिलसिला शुरू कर चुकी है। अब आगामी दिनों पुलिस इस पूरे मामले में क्या कुछ कार्रवाई करती है। इस पर सभी की निगाहें टिकी रहेंगी।