नई दिल्ली। लोक जन शक्ति पार्टी (रामविलास) के नेता चिराग पासवान और उनके चाचा पशुपति पासवान के बीच हाजीपुर संसदीय सीट को लेकर चल रहा विवाद सुलझने की ओर बढ़ता दिख रहा है। अंदरूनी सूत्रों के मुताबिक, दोनों नेताओं के बीच मतभेदों को सुलझाने के लिए बीच का रास्ता निकालने की कोशिशें चल रही हैं।
राष्ट्रीय लोक जन शक्ति पार्टी के प्रमुख और अपने चाचा पशुपति पासवान के साथ मतभेद रखने वाले चिराग पासवान अब आगामी चुनाव संयुक्त रूप से लड़ने पर विचार कर सकते हैं। आशा है कि यह कदम हाजीपुर निर्वाचन क्षेत्र से प्रतिनिधित्व को लेकर उनके लंबे समय से चल रहे संघर्ष को समाप्त कर सकता है। दोनों नेता लोकसभा में इस सीट का प्रतिनिधित्व करने के दावे कर रहे हैं, जिससे क्षेत्र में राजनीतिक माहौल गर्म हो गया है।
संभावित संयुक्त उम्मीदवारी की खबर एक महत्वपूर्ण समय पर आई है क्योंकि दोनों नेता हाजीपुर संसदीय सीट से चुनाव लड़ने की अपनी आकांक्षाओं के बारे में मुखर रहे हैं। केंद्रीय मंत्री पशुपति कुमार पारस ने 22 जुलाई को घोषणा की थी कि वह दिवंगत राम विलास पासवान के संसदीय क्षेत्र से अगला लोकसभा चुनाव लड़ेंगे। इस घटनाक्रम से पहले दोनों नेता एनडीए (राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन) की बैठक में शामिल हुए थे।