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Air Indigo: एयर इंडिगो की उड़ती फ्लाइट में जमकर हुआ हंगामा, युवक ने खुद को टॉयलेट में बंद किया, हिरासत में लिया गया

Air Indigo: जैसे ही फ्लाइट पटना उतरी, रियाज़ ने खुद को टॉयलेट में बंद कर लिया, जिसके बाद अधिकारियों ने तुरंत कार्रवाई की। पटना हवाई अड्डे के स्टेशन प्रमुख अधिकारी (एसएचओ) विनोद पीटर ने बताया, “उड़ान के दौरान हंगामा करने और विघटनकारी व्यवहार प्रदर्शित करने के लिए एयरलाइन द्वारा व्यक्ति के खिलाफ शिकायत दर्ज की गई है।”

नई दिल्ली। एक 27 वर्षीय व्यक्ति को शनिवार 30 सितंबर को अहमदाबाद से आने वाली इंडिगो की उड़ान में अनियंत्रित व्यवहार और गड़बड़ी पैदा करने के आरोप में पटना में पकड़ा गया। हिरासत में लिए गए यात्री की पहचान मोहम्मद क़मर रियाज़ के रूप में हुई है, बताया जा रहा है कि उसको ‘स्पेशल केयर’ की ज़रूरत है, वो मानसिक रूप से स्टेबल नहीं है। जो उसकी देखभाल के लिए उसके साथ जाने वाले किसी व्यक्ति की आवश्यकता को दर्शाता है। यह घटना भारत की फ्लाइट 6E 126 में सामने आई।

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जैसे ही फ्लाइट पटना उतरी, रियाज़ ने खुद को टॉयलेट में बंद कर लिया, जिसके बाद अधिकारियों ने तुरंत कार्रवाई की। पटना हवाई अड्डे के स्टेशन प्रमुख अधिकारी (एसएचओ) विनोद पीटर ने बताया, “उड़ान के दौरान हंगामा करने और विघटनकारी व्यवहार प्रदर्शित करने के लिए एयरलाइन द्वारा व्यक्ति के खिलाफ शिकायत दर्ज की गई है।” प्रारंभिक जांच के दौरान, हिरासत में लिए गए व्यक्ति के मेडिकल दस्तावेजों की जांच की गई और उसके भाई का बयान दर्ज किया गया। यह सामने आया कि जिस यात्री ने गड़बड़ी की थी वह किसी प्रकार की मानसिक बीमारी से जूझ रहा था। विनोद पीटर ने आगे खुलासा किया कि आरोपी अपने भाई के साथ अहमदाबाद से पटना की यात्रा कर रहा था और उड़ान के दौरान उसने अनियमित व्यवहार प्रदर्शित किया।

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इंडिया टुडे की एक रिपोर्ट के मुताबिक, रियाज़ एक प्रोफेशनल मैकेनिकल इंजीनियर हैं. मूल रूप से बिहार के पश्चिमी चंपारण जिले के रहने वाले, उन्होंने चिकित्सा उपचार के लिए अपने भाई के साथ अहमदाबाद से पटना की यात्रा की थी। फिलहाल रियाज का इलाज पटना के एक निजी अस्पताल में चल रहा है. पुलिस उसकी हर गतिविधि पर पैनी नजर रख रही हैयह घटना हवाई यात्रा के क्षेत्र में मानसिक स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं से जूझ रहे व्यक्तियों के सामने आने वाली चुनौतियों की याद दिलाती है। यह विमान में सवार सभी यात्रियों की भलाई सुनिश्चित करने के लिए बेहतर जागरूकता और सहायता प्रणालियों की तत्काल आवश्यकता पर प्रकाश डालता है।