
नई दिल्ली। द्वादश ज्योर्तिलिंग में शामिल काशी के विश्वनाथ मंदिर में पूरे सावन महीने बाबा भोलेनाथ के स्पर्श दर्शन नहीं होंगे। इसके साथ ही वीआईपी सेवाएं भी पूरी तरह से प्रतिबंधित रहेंगी। सावन के महीने में मंदिर में भोले नाथ के भक्तों की भारी भीड़ के चलते काशी विश्वनाथ मंदिर ट्रस्ट की ओर से यह फैसला किया गया है। इस बारे में ज्यादा जानकारी देते हुए मंदिर ट्रस्ट के सीईओ विश्व भूषण मिश्रा ने बताया कि पिछले साल सावन के महीने में 1 करोड़ से ज़्यादा भक्त भगवान भोले नाथ के दर्शन करने के लिए आए थे। इस बार पूरे सावन के महीने में करीब 1.5 करोड़ भक्तों के आने का अनुमान है। भक्तों को जल्दी और सुगम दर्शन कराने के लिए मंदिर ट्रस्ट की ओर से यह निर्णय लिया गया है।
वाराणसी: श्री काशी विश्वनाथ ट्रस्ट के सीईओ विश्व भूषण मिश्रा ने कहा “पिछले साल सावन के महीने में 1 करोड़ से ज़्यादा लोग आए थे और इस बार पूरे महीने में करीब 1.5 करोड़ लोगों के आने का अनुमान है। काशी विश्वनाथ मंदिर में पूरे सावन महीने में स्पर्श दर्शन और वीआईपी सेवाएं पूरी तरह… pic.twitter.com/jNOTdZCyEH
— IANS Hindi (@IANSKhabar) July 18, 2024
साथ ही बाबा के भक्तों के लिए मंदिर ट्रस्ट द्वारा और भी कई व्यवस्थाएं की गई हैं। श्रद्धालुओं को शीतल जल के साथ ओआरएस घोल भी उपलब्ध कराया जाएगा जो पूरी तरह से मुफ्त होगा। इसके साथ ही दर्शन के लिए लाइन में लगे भक्तों को गर्मी और उमस से राहत मिले इसके लिए जगह-जगह पंखों की व्यवस्था की गई है। स्पर्श दर्शन और वीआईपी सुविधाएं सोमवार को तो पूर्णतय: निषेध रहेगी अगर किसी अन्य दिन भीड़ कम रही तो इस पर उस दिन छूट मिल सकती है हालांकि इसकी उम्मीद न के बराबर है।
मंदिर ट्रस्ट के सीईओ ने कहा कि सावन में मंगला आरती के बाद ही दर्शन शुरू होंगे। सारी तैयारियां पूरी हो चुकी हैं और इसके लिए प्री रिहर्सल किया जाएगा। आपको बता दें कि काशी विश्वनाथ में श्रद्धालुओं की संख्या में दिन प्रतिदिन रिकॉर्ड बढ़ोत्तरी हो रही है। 1 जनवरी 2024 से लेकर 31 मई 2024 तक के आंकड़ों के अनुसार 2 करोड़ 86 लाख भक्त विश्वनाथ बाबा के दर्शन कर चुके हैं। पिछले साल की तुलना में श्रद्धालुओं की संख्या 50 प्रतिशत से ज्यादा बढ़ गई है।