
नई दिल्ली। पहलगाम आतंकी हमले के जवाब में भारतीय सेना और वायुसेना ने 7 मई को पाकिस्तान में जैश-ए-मोहम्मद, लश्कर-ए-तैयबा और हिज्बुल मुजाहिदीन के मुख्यालयों और ठिकानों पर ऑपरेशन सिंदूर के तहत हमला बोला था। भारत के इस हमले में सैकड़ों आतंकियों की मौत हुई। इनमें कई बड़े आतंकी भी शामिल हैं। इन बड़े आतंकियों के अंतिम संस्कार में जिस तरह पाकिस्तान की सेना शामिल हुई, उससे साफ हो जाता है कि किस तरह दोनों के बीच गठजोड़ है।
अबु जुंदाल
सूत्रों के मुताबिक लश्कर-ए-तैयबा का बड़ा आतंकी मुदस्सर कादियान उर्फ मुदस्सर उर्फ अबु जुंदाल भी मुरीदके में मारा गया। उसके जनाजे में पाकिस्तान की सेना ने गार्ड ऑफ ऑनर दिया। पाकिस्तान के सेना प्रमुख और पंजाब की सीएम मरियम नवाज की तरफ से अबु जुंदाल के शव पर फूल चढ़ाए गए। लश्कर के इस बड़े आतंकी के जनाजे को पाकिस्तान के सरकारी स्कूल में किया गया। जिसे अंतरराष्ट्रीय आतंकी हाफिज अब्दुल रऊफ ने कराया। अबु जुंदाल के जनाजे में पाकिस्तान की सेना के मौजूदा लेफ्टिनेंट जनरल और वहां के पंजाब प्रांत के पुलिस आईजी भी शामिल हुए।
हाफिज मोहम्मद जमील
ऑपरेशन सिंदूर के तहत भारत के हमले में जैश-ए-मोहम्मद का बड़ा आतंकी हाफिज मोहम्मद जमील भी ढेर हुआ है। वो जैश के चीफ और अंतरराष्ट्रीय आतंकी मौलाना मसूद अजहर की बड़ी बहन का पति था। बहावलपुर में जैश के मुख्यालय मरकज सुभान अल्लाह की जिम्मेदारी हाफिज मोहम्मद जमील के ही पास थी। वो लगातार युवाओं को भारत के खिलाफ भड़काकर और कट्टरपंथ सिखाने के बाद उनको जैश में शामिल कराता था। हाफिज मोहम्मद जमीन पर जैश-ए-मोहम्मद के लिए फंड जुटाने की भी जिम्मेदारी थी।
मोहम्मद यूसुफ अजहर
भारत की एयरस्ट्राइक में बहावलपुर में मोहम्मद यूसुफ अजहर भी ढेर हुआ। उसे जैश के आतंकी उस्ताद जी, मोहम्मद सलीम और घोसी साहब भी बुलाते थे। मोहम्मद यूसुफ अजहर भी मौलाना मसूद अजहर का बहनोई था। मोहम्मद यूसुफ अजहर जम्मू-कश्मीर में हुए कई आतंकी हमलों का भी मास्टरमाइंड था। वो इंडियन एयरलाइंस के विमान आईसी-814 के अपहरण में भी वांछित था। मसूद अजहर का बहनोई मोहम्मद यूसुफ अजहर जैश के आतंकियों को हथियार चलाने की ट्रेनिंग भी देता था।
खालिद उर्फ अबु अकाशा
सूत्रों के मुताबिक ऑपरेशन सिंदूर के तहत 7 मई को भारत ने लश्कर-ए-तैयबा के खूंखार आतंकी खालिद उर्फ अबु अकाशा को भी ढेर किया। वो भी जम्मू-कश्मीर में कई आतंकी हमलों की साजिश में शामिल रहा था। लश्कर का आतंकी खालिद उर्फ अबु अकाशा अफगानिस्तान से हथियारों की तस्करी करता था। उसका अंतिम संस्कार फैसलाबाद में किया गया। जिसमें फैसलाबाद के डिप्टी कमिश्नर और पाकिस्तान की सेना के बड़े अफसर शामिल हुए।
मोहम्मद हसन खान
सूत्रों ने जानकारी दी है कि पाकिस्तान के आतंकी ठिकानों पर हुए हमलों में जैश-ए-मोहम्मद का बड़ा आतंकी मोहम्मद हसन खान भी मारा गया है। वो पीओके में जैश के ऑपरेशनल कमांडर मुफ्ती असगर खान कश्मीरी का बेटा था। मोहम्मद हसन खान ने भी जम्मू-कश्मीर में हुए तमाम आतंकी वारदात में हिस्सा लिया था।