
नई दिल्ली। दक्षिण अफ्रीका से भारत लाए गए चीतों में से एक बार फिर एक मादा चीते की मौत हो गई है। लेकिन इस बार चीता की मौत के पीछे बीमारी नहीं है। बल्कि इसके पीछे वजह कुछ और है। तीसरा चीता जिसकी मौत हुई वो एक मादा थी। उसका नाम दक्षा था। इससे पहले किडनी इंफेक्शन के कारण एक चीता की मौत हुई थी तो दूसरे को कार्डिएक अरेस्ट के कारण जान गंवानी पड़ी थी। लेकिन इस चीता की मौत के पीछे दुसरे नर चीता का हमला बताया जा रहा है। सूत्रों के मुताबिक दोनों चीतों की एक ही बाड़े में जोरदार भिड़ंत हुई, जिसमें जख्मी मादा ने दम तोड़ दिया। ये चीता सरक्षण कर रहे अधिकारीयों के लिए एक बड़ा सबक है कि जरूरत पड़ने पर ही एक ही बाड़े में 2 चीतों को रखना होगा।
आपको बता दें कि चीता की मौत पर कूनो नेशनल पार्क के वन अधिकारीयों की ओर से जो जानकारी दी गई है उसके अनुसार, मंगलवार (9 मई) को सुबह 10 बजकर 45 मिनट पर दक्षिण अफ्रीका से कूनो नेशनल पार्क में छोड़ी गई मादा चीता दक्षा को मॉनिटरिंग दल ने घायल पाया था। पशु चिकित्सकों ने उसका उपचार किया। लेकिन इसके बावजूद भी हम उसकी जान नहीं बचा पाए। आखिरकार दोपहर 12ः00 बजे दक्षा चीता ने दम तोड़ दिया। जानकारी के अनुसार मादा चीता दक्षा बाडा नंबर एक में छोड़ी गई थी तथा समीप के बोमा क्रमांक सात में दक्षिण अफ्रीका से लाए गए चीता वायु तथा अग्नि को विभाग की टीम ने रखा था।
Female cheetah ‘Daksha’ dies in MP’s Kuno National Park: Forest official; 3rd fatality in around 40 days
— Press Trust of India (@PTI_News) May 9, 2023
वहीं अगर इस पूरे मामले पर विशेषज्ञों की मानें तो उनके मुताबिक कूनो नेशनल पार्क में मादा चीता दक्षा पर जो घाव पाए गए हैं, वह प्रथम दृष्टया चीते का हमला नजर आते हैं। दरअसल, मेटिंग के दौरान चीतों के बीच हिंसक व्यवहार सामान्य है। ऐसी स्थिति में निगरानी टीम की ओर से हस्तक्षेप की संभावना लगभग न के बराबर होती है। नियमानुसार मादा चीता का पोस्टमॉर्टम स्पेशलिस्ट की टीम जांच में जुटी हुई है। लगातार इस पूरे केस पर निगरानी बनाए हुए हैं।