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Ranganathaswamy Temple: जिस मंदिर में खुद भगवान राम ने की थी पूजा, वहां पहुंचे पीएम मोदी; जानिए रंगनाथ स्वामी मंदिर के बारे में

Ranganath Swami Temple: बीते गुरुवार को सीएम योगी अयोध्या में राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा को लेकर हो रही तैयारियों का जाजया लेने पहुंचे थे और इस दौरान उन्होंने राम भक्तों से मुलाकात भी की थी। बता दें कि राम मंदिर ट्रस्ट की ओर से भी कार्यक्रम में शामिल होने वाले श्रद्धालुओं के लिए एक पास जारी किया है। इसके साथ ही एक क्यूआर कोड भी जारी किया है।

नई दिल्ली। आगामी 22 जनवरी को अयोध्या में राम मंदिर का उद्गाटन होगा। जिसमें शामिल होने के बाबत राम मंदिर ट्रस्ट की ओर से सभी को आमंत्रित किया गया है। खेल, राजनीति, सिनेमा, संगीत और कला क्षेत्र से जुड़े सभी दिग्गजों को इस कार्यक्रम में शामिल होने के बाबत न्योता भेजा गया है। उधर, राजनीति जगत में इस निमंत्रण को लेकर सियासी बवाल अपने चरम पर पहुंच चुका है। दरअसल, इंडिया गठबंधन ने राम मंदिर ट्रस्ट की ओर से भेजे गए निमंत्रण को खारिज कर दिया, जिस पर बीजेपी ने तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त की थी। बीजेपी नेता गिरिराज सिंह ने कांग्रेस के इस रूख को मौसमी हिंदू की संज्ञा दी थी। उधर, राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा को लेकर हो रही राजनीति पर खुद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने नाराजगी जाहिर की थी, जिसमें उन्होंने कहा था कि 500 साल के इंतजार के बाद अयोध्या में राम मंदिर का निर्माण हुआ है। वहीं, अब जब उद्घाटन की घड़ी आई है, तो कुछ लोग तुष्टीकरण की राजनीति पर उतर आए हैं, जो कि बिल्कुल भी उचित नहीं है, लेकिन पीएम मोदी के अपील के बावजूद भी राम मंदिर को लेकर जारी सियासत थमने का नाम नहीं ले रही है।

खैर, प्राण प्रतिष्ठा पर तैयारियां जोरों पर जारी है। बीते शुक्रवार को रामलला की पूर्ण तस्वीर सामने आई थी, जिसमें उनके हाथ में धनुष और चेहरे पर मनमोहन मुस्कान देखने को मिली थी। इससे पहले उनकी आंखों में बंधी पट्टी वाली तस्वीर सामने आई थी, जिसके बाद राम भक्तों का उत्साह चरम पर पहुंच चुका था। उधर, राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा को लेकर विभिन्न राज्य सरकार की ओर से पूर्णकालीक छुट्टी का ऐलान किया जा रहा है, ताकि सभी लोग इस अभूतपूर्व कार्यक्रम के साक्षी बन सकें। अब तक कई शिक्षण सहित व्यावसायिक संस्थानों में इस अवसर को खास बनाने के मकसद से छुट्टी देने का ऐलान किया जा चुका है, जिस पर बीते दिनों एआईएमआईएम के नेता असदुद्दीन ओवैसी ने भी आपत्ति जताई थी।

उधर, मणिपुर में राहुल गांधी भारत जोड़ो न्याय यात्रा के दौरान स्पष्ट कर चुके हैं कि उन्हें इस बात से कोई आपत्ति नहीं है कि कौन इस कार्यक्रम में जाता है और कौन नहीं है, लेकिन उनकी पार्टी ने प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम में ना जाने का फैसला इसलिए लिया है, क्योंकि बीजेपी ने आगामी लोकसभा चुनाव को ध्यान में रखते हुए इसे पूरी तरह से राजनीतिक कार्यक्रम में तब्दील करके रख दिया है, लेकिन मैं एक बात को स्पष्ट कर देना चाहता हूं कि इससे बीजेपी को बिल्कुल भी फायदा होने वाला नहीं है। उधर, बीते गुरुवार को सीएम योगी अयोध्या में राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा को लेकर हो रही तैयारियों का जाजया लेने पहुंचे थे और उन्होंने राम भक्तों से मुलाकात भी की थी।

वहीं, राम मंदिर को लेकर जारी राजनीति के बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी देशभर के मंदिरों का दौरा कर रहे हैं। इस बीच आज पीएम मोदी तमिलनाडु स्थित रंगनाथस्वामी मंदिर गए, जहां उन्होंने भगवान के दर्शन किए। वहीं, रंगनाथस्वामी मंदिर को लेकर मान्यता है कि यहां भगवान विष्णु राम जी के रूप में अवतरित हुए थे। दक्षिण के सूबों में इन्हें पेरुमल और अजागिया मनावलन भी कहा जाता है। बता दें कि इस मंदिर का भगवान राम से गहरा नाता है। बताया जाता है कि त्रेतायुग में भगवान राम ने यहां आकर कई दिनों तक आराधना की थी। वहीं, लंका विजयी के बाद जब वो लौटे तो राम जी ने इस मंदिर को विभीषण को सौंप दिया था। इसके बाद भगवान राम विष्णु के रूप में प्रकट हुए थे। इसके बाद यह मान्यता प्रचलित हो गई कि वो यहां रंगनाथ के रूप में निवास करेंगे। वहीं, माता लक्ष्मी को रंगनायकी की संज्ञा दी गई।