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Amit Shah On Pahalgam Terror Attack : यह मोदी सरकार है, कोई बख्शा नहीं जाएगा, पहलगाम हमले के आतंकियों को लेकर अमित शाह ने फिर से स्पष्ट किए इरादे

Amit Shah On Pahalgam Terror Attack : केंद्रीय गृहमंत्री शाह बोले, मैं आतंकवाद के शिकार हुए अपने सभी नागरिकों और उनके परिवारों से कहना चाहता हूं कि यह नुकसान सिर्फ आपका नहीं है। मैं उन सभी लोगों से कहना चाहता हूं जो आतंक फैलाते हैं, यह लड़ाई खत्म नहीं हुई है। जल्द ही हर एक की पहचान की जाएगी और उन्हें करारा जवाब दिया जाएगा, ऐसा जवाब जिसे वे कभी नहीं भूलेंगे।

नई दिल्ली। केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने आज दिल्ली में एक कार्यक्रम के दौरान फिर से स्पष्ट किया कि पहलगाम हमले में शामिल किसी को भी बख्शा नहीं जाएगा। देश की इंच-इंच भूमि से आतंकवाद को मूल समेत उखाड़ने का हमारा संकल्प है और वह सिद्ध होकर रहेगा। जब तक आतंकवाद समाप्त नहीं होगा हमारी लड़ाई जारी रहेगी और जिन लोगों ने यह कृत्य किया है उसका उचित दंड उन्हें मिलेगा। शाह बोले, मैं आतंकवाद के शिकार हुए अपने सभी नागरिकों और उनके परिवारों से कहना चाहता हूं कि यह नुकसान सिर्फ आपका नहीं है।

गृहमंत्री ने आतंकियों को अल्टीमेटम देते हुए कहा कि यह मोदी सरकार है और मैं उन सभी लोगों से कहना चाहता हूं जो आतंक फैलाते हैं, यह लड़ाई खत्म नहीं हुई है। जल्द ही हर एक की पहचान की जाएगी और उन्हें करारा जवाब दिया जाएगा, ऐसा जवाब जिसे वे कभी नहीं भूलेंगे। अमित शाह ने कहा, नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में चाहे पूर्वोत्तर हो, वामपंथ उग्रवाद क्षेत्र हो या कश्मीर में आतंकवाद का साया हो, हमने हर चीज का डटकर जवाब दिया है। अगर किसी को लगता है कि इस तरह का हमला करके उन्होंने कोई बड़ी जीत हासिल कर ली है, तो मैं स्पष्ट कर दूं, यह नरेंद्र मोदी सरकार है, और किसी को भी बख्शेंगे नहीं।

इससे पहले केंद्रीय गृह मंत्री ने बोडो सामाजिक कार्यकर्ता बोडोफा उपेंद्र नाथ ब्रह्मा की 35वीं पुण्यतिथि पर उनकी प्रतिमा का अनावरण किया। शाह बोले, बोडोफा उपेंद्र नाथ ब्रह्मा ने अपने समुदाय और क्षेत्र के सम्मान और गरिमा के लिए लड़ाई लड़ी। यह बहुत सौभाग्य की बात है कि मुझे कैलाश कॉलोनी में उनकी प्रतिमा का अनावरण करने और बोडोफा के नाम पर एक राजमार्ग का नामकरण करने का अवसर मिला। यह प्रतिमा सिर्फ बोडोलैंड के लिए नहीं बल्कि उन सभी समुदायों के लिए है जिन्होंने आजादी के बाद भी समाज में अपने सम्मान के लिए लड़ाई लड़ी।