नई दिल्ली। जम्मू-कश्मीर (Jammu-Kashmir) में आर्टिकल 370 को खत्म किए जाने के बाद राज्य में पहली बार हुए डीडीसी चुनाव (DDC Election) के नतीजे मंगलवार को घोषित किए गए। वहीं यह चुनाव भारतीय जनता पार्टी (BJP) के लिए काफी खास रहा। इस चुनाव ने ये साबित कर दिया है कि अब कश्मीर की जनता विकास चाहता है और यही वजह है कि सूबे में भाजपा 74 सीटें जीतने में कामयाब रही। वहीं जम्मू-कश्मीर में हुए डीडीसी चुनाव में जीत को भाजपा ने उत्साहवर्धक करार दिया है। भाजपा ने कहा है कि जनता ने लोकतंत्र में आस्था दिखाकर अलगाववादियों के मुंह पर तमाचा मारा है। घाटी में कमल खिलने को भाजपा ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) की नीतियों की जीत बताया।
केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद (Union Minister Ravi Shankar Prasad) ने बुधवार को प्रेस कांफ्रेंस कर कहा कि, जम्मू-कश्मीर की जनता ने अलगाववादियों पर बहुत बड़ा तमाचा लगाया है। कुलगाम में 78.9% वोट पड़ा, शोपियां में 70.5% वोट पड़ा, पुलवामा जहां पर जनता निकलती नहीं थी वहां पर 7.4% वोटिंग दर्ज की गई। जहां 2018 के पंचायती चुनाव में 1.1% वोट पड़े थे।
रविशंकर प्रसाद ने कहा कि, जम्मू-कश्मीर में जो डिस्टिक डेवलपमेंट काउंसिल चुनाव में भाजपा सबसे बड़ी पार्टी बनकर सामने आयी है। भाजपा को 74 सीटें मिली हैं, नेशनल कांफ्रेंस को 67 सीट, पीडीपी को 27 और कांग्रेस को 26 सीट मिली है।
केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद ने कहा कि, भाजपा की जम्मू और कश्मीर में जीत बहुत ही उत्साहवर्धक है। ये भारत की विजय है, ये भारत के लोकतंत्र की विजय है, ये जम्मू-कश्मीर की जनता की विजय है, ये आशा और विकास की विजय है। कश्मीर की जनता ने राज करने वालों और काम करने वालों के अंतर को पहचाना है। लोगों ने देखा है कि जम्हूरियत उनके दरवाजे पर विकास का दस्तक दे सकती है। लोगों की लोकतंत्र में आस्था पनपी है।
उन्होंने कहा कि जम्मू-कश्मीर डीडीसी चुनाव में भाजपा को इतने वोट मिले हैं जो एनसीपी, पीडीपी और कांग्रेस इन तीनों का वोट मिला दीजिए तो भाजपा का वोट इनसे ज्यादा है। जो बार-बार गुपकार एलायंस की विक्टरी को बताया जा रहा है, तो पहली बात ये जान लें कि वो एलायंस भाजपा से अकेले नहीं लड़ने की कमजोरी के कारण बना था।
बता दें, जम्मू-कश्मीर के जिला विकास परिषद के नतीजों में सात पार्टियों का गुपकार गठबंधन सबसे बड़ा दल बनकर उभरा है। जबकि भाजपा सबसे बनी पार्टी बनी है।