
नई दिल्ली। सोचकर ही हैरानी होती है कि आजादी के सात दशकों के बाद और महिलाओं के सशक्तिकरण की दिशा में बेशुमार कदम उठाए जाने के दावे करने के बाद भी हमारे समाज में घरेलू हिंसा का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है। बेशक, सरकार की तरफ से घरेलू हिंसा पर विराम लगाने के लिए कानून बनाए जाने की बातें कही जाती हो, लेकिन जमीनी हकीकत इन दावों से दूरियां बनाती नजर आ रही है। सच्चाई तो यह है कि आज भी घरेलू हिंसा का सिलसिला अपने चरम पर है। अगर आपको यकीन न हो रहा हो, तो मशहूर टेनिस खिलाड़ी लिएंडर पेस और रिया पिल्लई के मामले को ही देख लीजिए। आपको तो पता ही होगा कि मशहूर खिलाड़ी लिएंडर पेस पर रिया पिल्लई ने घरेलू हिंसा के आरोप लगाए हैं। यह मामला कोर्ट में विचाराधीन भी रहा, लेकिन आज यानी की शुक्रवार को मजिस्ट्रेट ने पेस लिएंडर के संदर्भ में कहा कि उन्होंने घरेलू हिंसा के संदर्भ में कई कृत्य किए हैं, जिसे संज्ञान में लेते हुए पेस के खिलाफ आज कोर्ट में सख्त फैसला भी सुनाया है। आइए, आगे की रिपोर्ट में आपको बताते हैं कि आखिर कोर्ट ने अपने आदेश में क्या कुछ कहा है।
बता दें कि कोर्ट ने अपने आदेश में टेनिस खिलाड़ी पेस लिएंडर को रिया पिल्लई के साथ मिलकर खरीदे गए घर खाली करने का निर्देश दिया गया है। इसके अलावा कोर्ट की तरफ से लिएंडर पेस को रिया पिल्लई को प्रतिमाह 1 लाख 59 हजार रूपए देने का निर्देश दिया गया है। कोर्ट ने आगे अपनी टिप्पणी में कहा कि पिल्लई का टेनिस करियर अब खत्म होने की कागार पर है। ऐसे में उन्हें आर्थिक सहायता देना होगा। इसके साथ ही कोर्ट ने लिएंडर पेस की उस मांग को सिरे से खारिज कर दिया, जिसमें उन्होंने पश्चिमी मुंबई स्थित अपने आवास के रखरखाव के लिए भुगतान की मांग की थी।
शायद आपको पता न हो कि कोर्ट का यह आदेश सात साल बाद आया है। लिएंडर पेस और रिया पिल्लई 2003 से ही रिलेशनशिप में थे। इसके बाद 2005-2006 से इन दोनों ने अपने रिश्तों को आगे बढ़ाते हुए इसे लिव इन रिलेशनशिप का नाम दे दिया, लेकिन वक्त को शायद कुछ और मंजूर था और कुछ सालों बाद ही इन दोनों के रिश्तों के बीच खटास का स्तर उस वक्त अपने चरम पर पहुंच गया, जब पिल्लई ने पेस पर घरेलू हिंसा के आरोप लगाए थे। बहरहाल, अब काफी सालों तक कोर्ट में यह माजरा विचाराधीन रहने के बाद उक्त फैसला सुनाया गया है।