नई दिल्ली। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी और केंद्र सरकार के बीच अक्सर किसी ना किसी मुद्दे को लेकर विवाद या बहस होती रहती है। ममता बनर्जी ने एक बार फिर पीएम मोदी पर निशाना साधा है। तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) के प्रवक्ता साकेत गोखले को हिरासत में लिए जाने पर ममता बनर्जी ने मंगलवार (6 दिसंबर) को कहा कि पीएम के खिलाफ ट्वीट करने वाले को गिरफ्तार किया जाता है। मेरे खिलाफ तो कई ट्वीट होते हैं। ये वाकई एक निंदनीय घटना है।
आपको बता दें कि गुजरात पुलिस ने टीएमसी के प्रवक्ता साकेत गोखले को एक ट्वीट करने के आरोपों की वजह से हिरासत में लिया है, जिसमें उन्होंने मोरबी पुल हादसे के बाद प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के मोरबी दौरे से जुड़ी कथित फर्जी खबर का समर्थन किया था। इस बारे में अधिक बातचीत करते हुए सहायक पुलिस आयुक्त (साइबर अपराध) जितेंद्र यादव ने मंगलवार को बताया कि अहमदाबाद साइबर अपराध प्रकोष्ठ के अधिकारियों ने गोखले को राजस्थान की राजधानी जयपुर से आज सुबह गिरफ्तार किया था।
गोखले के खिलाफ दर्ज की गई एफआईआर
गोखले की गिरफ्तारी पर जानकारी देते हुए यादव ने कहा कि एक व्यक्ति से मिली शिकायत के आधार पर गोखले के खिलाफ प्रधानमंत्री के मोरबी दौरे को लेकर फर्जी खबर फैलाने के आरोप में FIR दर्ज की गई। हमने उन्हें आज सुबह जयपुर में हिरासत में लिया और आगे की कानूनी कार्रवाई के लिए उन्हें अहमदाबाद लाया गया है। उन्होंने बताया कि कोविड-19 संबंधी जांच किए जाने के बाद उन्हें औपचारिक रूप से हिरासत में लिया जाएगा।
गोखले पर फेक न्यूज़ शेयर करने का आरोप
मोरबी हादसे को लेकर प्रधानमंत्री मोदी के खिलाफ गोखले ने हाल में एक खबर ट्विटर पर शेयर की थी जो एक प्रमुख गुजराती समाचार पत्र में प्रकाशित हुई प्रतीत होती है। इसमें दावा किया गया था कि सूचना के अधिकार (आरटीआई) के तहत दायर एक आवेदन के जवाब में पता चला है कि अक्टूबर में एक पुल गिरने के बाद प्रधानमंत्री मोदी के मोरबी दौरे पर गुजरात सरकार ने 30 करोड़ रुपये खर्च किए थे। मोरबी पुल हादसे में 135 लोगों की
मौत हो गई थी।
आखिर साकेत गोखले ने क्या बात कही थी?
एक समाचार पत्र में छपी खबर को शेयर करते हुए गोखले ने लिखा था कि आरटीआई में पता चला है कि मोदी के मोरबी दौरे पर कुछ ही घंटे में 30 करोड़ रुपये खर्च किए गए। मोदी के कार्यक्रम प्रबंधन और ‘पीआर’ की कीमत 135 मासूम लोगों की जान से ज्यादा है।